Maharashtra, Jharkhand Assembly Election Results: महाराष्ट्र और झारखंड में 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान होगा. महाराष्ट्र में 288 और झारखंड में 81 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इन दोनों राज्यों के चुनावी नतीजे न केवल राज्य की राजनीति, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी गहरा प्रभाव डाल सकते हैं. महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-नीत महायुति और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच सत्ता के लिए सीधा मुकाबला है. दूसरी ओर, झारखंड में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन और भाजपा के बीच टक्कर है. इन नतीजों से तय होगा कि दोनों राज्यों में किसे सत्ता मिलेगी और किसका राजनीतिक प्रभाव बढ़ेगा.


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महाराष्ट्र: बीजेपी-शिवसेना बनाम एमवीए का मुकाबला


महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी-नीत महायुति (बीजेपी, शिवसेना और अजित पवार गुट) और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच कड़ा मुकाबला है. 20 नवंबर को हुए मतदान में 66.05% मतदान दर्ज किया गया, जो 2019 के 61.1% से अधिक है. मुंबई में सबसे कम 52.07% मतदान हुआ, जबकि कोल्हापुर में 76.63% वोटिंग दर्ज की गई.


महायुति और एमवीए का गणित


महायुति में बीजेपी ने 149 सीटों, शिवसेना ने 81 और अजित पवार गुट ने 59 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. वहीं, एमवीए में कांग्रेस 101, शिवसेना (उद्धव गुट) 95 और एनसीपी (शरद पवार गुट) ने 86 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए. इसके अलावा बागी उम्मीदवारों की मौजूदगी कई सीटों पर मुकाबले को दिलचस्प बना रही है.


महाराष्ट्र में तैयारियां और सख्ती


मतगणना के लिए महाराष्ट्र में 288 केंद्र बनाए गए हैं. डाक मतपत्रों की गिनती के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. मुंबई पुलिस ने सभी मतगणना केंद्रों के 300 मीटर के दायरे में लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई है.


झारखंड: सत्ता की कुर्सी पर नजरें


झारखंड में 81 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान हुआ. पहले चरण में 43 सीटों और दूसरे चरण में 38 सीटों पर वोटिंग हुई. झारखंड में कुल 65.2% मतदान दर्ज किया गया. इस चुनाव में 683 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 609 पुरुष, 73 महिला और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार शामिल हैं.


झारखंड चुनाव: शांतिपूर्ण मतदान और जब्त सामग्री


चुनाव आयोग ने झारखंड चुनाव को शांतिपूर्ण बताया. इस दौरान 200 करोड़ से अधिक की अवैध नकदी और सामग्री जब्त की गई. आयोग ने दिव्यांग और कुष्ठ रोगियों के लिए विशेष मतदान केंद्र भी स्थापित किए थे.


झारखंड में प्रमुख मुकाबले


राज्य में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला है. राज्य में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार अपनी सत्ता बचाने की कोशिश कर रही है, जबकि बीजेपी सत्ता में वापसी का दावा कर रही है.


दोनों राज्यों के नतीजों पर राष्ट्रीय नजर


महाराष्ट्र और झारखंड के नतीजे न केवल राज्य के राजनीतिक समीकरणों को तय करेंगे, बल्कि 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भी अहम संदेश देंगे. महाराष्ट्र में महायुति की सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी. वहीं, झारखंड में विपक्षी गठबंधन के जीतने से I.N.D.I.A. गठबंधन को मजबूती मिलेगी.


सत्ता का धर्मयुद्ध: कौन जीतेगा?


महाराष्ट्र में जहां बीजेपी-शिवसेना के सामने उद्धव गुट और शरद पवार की चुनौती है, वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन और बीजेपी के बीच जोरदार टक्कर है. दोनों राज्यों में नतीजे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की दिशा और दशा तय कर सकते हैं.