PM Modi Sambhajinagar Rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति संभाजीनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव इस बार एक अहम विचारधारा की लड़ाई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव में एक ओर संभाजी महाराज को मानने वाले देशभक्त हैं और दूसरी ओर औरंगजेब का समर्थन करने वाले लोग हैं. मोदी ने कहा, "जो लोग संभाजी महाराज के हत्यारे में अपना मसीहा देखते हैं, क्या वे महाराष्ट्र की अस्मिता के खिलाफ नहीं हैं?"


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संभाजी महाराज के नामकरण पर शिवसेना की भूमिका


मोदी ने महाराष्ट्र की जनता को याद दिलाया कि छत्रपति संभाजीनगर नामकरण की मांग सबसे पहले शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने की थी. महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ढाई साल सत्ता में रहने के बावजूद इस मांग को पूरा नहीं कर सकी. उन्होंने कहा कि महायुती सरकार ने सत्ता में आते ही बालासाहेब की इच्छा को पूरा करते हुए इस शहर का नाम छत्रपति संभाजीनगर किया.



कांग्रेस और एमवीए की मानसिकता पर सवाल


मोदी ने कहा कि छत्रपति संभाजीनगर के नामकरण से सबसे अधिक परेशानी कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी को हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि एमवीए के सहयोगी दल अदालत में इस फैसले को पलटने की कोशिश में थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा सत्ता के लिए समाज में विभाजन की राजनीति की है और विकास के बजाय बंटवारे की राजनीति पर निर्भर रही है.


आरक्षण पर कांग्रेस की पुरानी सोच


प्रधानमंत्री ने आरक्षण पर कांग्रेस की सोच पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आरक्षण का विरोध किया है और उसे देश के विकास के खिलाफ बताया है. मोदी ने कहा, "कांग्रेस का एजेंडा यही है कि समाज में फूट डालकर सत्ता हासिल करना है, और एससी, एसटी, ओबीसी समाज को बांटने का षड्यंत्र रचा जा रहा है."


ओबीसी प्रधानमंत्री के खिलाफ कांग्रेस की नाराजगी


मोदी ने आरोप लगाया कि पिछले दस वर्षों से कांग्रेस को ओबीसी प्रधानमंत्री सहन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता विदेश जाकर खुलेआम आरक्षण समाप्त करने की बात करते हैं. मोदी ने कहा कि कांग्रेस और एमवीए के गठबंधन वाले लोग समाज को छोटी-छोटी जातियों में बांटने का षड्यंत्र कर रहे हैं ताकि उनकी राजनीतिक शक्ति को कमजोर किया जा सके.


अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस का रुख


प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद-370 का मुद्दा भी उठाया और कहा कि कांग्रेस उसकी बहाली की मांग करके 'पाकिस्तान की भाषा' बोल रही है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 को उनकी सरकार ने हमेशा के लिए समाप्त कर दिया है और इसे फिर से लागू करने की किसी भी मांग को देश कभी स्वीकार नहीं करेगा.


मराठवाड़ा के पानी संकट का जिक्र


मराठवाड़ा के पानी संकट का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महा विकास अघाड़ी की सरकार ने इस समस्या पर कोई ठोस प्रयास नहीं किए और हमेशा हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे. मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने पहली बार सूखे के खिलाफ ठोस प्रयास किए हैं और जनता को राहत दिलाने का काम किया है.


जनता से समर्थन की अपील


प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र की जनता से आह्वान किया कि वे एमवीए को सत्ता में आने का मौका न दें. उन्होंने कहा, "अगर ये लोग सत्ता में आते हैं तो फिर आपको बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ेगा." मोदी ने ‘भाजपा - महायुती आहे, तर गती आहे, महाराष्ट्राची प्रगती आहे’ का नारा देते हुए जनता से भाजपा और महायुती के लिए समर्थन की अपील की.


(एजेंसी इनपुट के साथ)