Maharashtra & Jharkhand Election Dates: निर्वाचन आयोग मंगलवार (15 अक्टूबर 2024) को महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों की घोषणा करेगा. विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा के लिए चुनाव आयोग ने दोपहर साढ़े तीन बजे विज्ञान भवन (नई दिल्ली) में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है. वहीं, 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 5 जनवरी को समाप्त होने वाला है.


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उपचुनाव की घोषणा भी कर सकता है आयोग


निर्वाचन आयोग दो विधानसभा चुनावों के अलावा, तीन लोकसभा और कम से कम 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा कर सकता है, जो विभिन्न कारणों से खाली हैं. लोकसभा की जो तीन सीटें खाली हैं उनमें केरल में वायनाड, महाराष्ट्र में नांदेड़ और पश्चिम बंगाल में बशीरहाट सीट शामिल है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में वायनाड और रायबरेली सीट से जीत दर्ज की थी. गांधी ने वायनाड सीट खाली कर दी थी और रायबरेली सीट को बरकरार रखा था. नांदेड़ सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस सांसद वसंत चव्हाण और बशीरहाट सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तृणमूल कांग्रेस के सांसद हाजी शेख नुरुल इस्लाम के हाल में निधन के बाद इन सीट पर चुनाव कराना आवश्यक हो गया है.


भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने मंगलवार सुबह एक प्रेस नोट में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी दी. यह पीसी दोपहर 3.30 बजे विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में आयोजित की जाएगी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों की जानकारी देगा.


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महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी तैयारियों का जायजा ले चुकी है टीम


इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग चुनाव प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा करेगा, जिसमें मतदान की प्रक्रिया, चुनावी सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल होंगी. इससे पहले, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव संबंधी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. निर्वाचन आयोग की टीम ने कुछ समय पहले दोनों राज्यों का दौरा कर तैयारियों का निरीक्षण किया था.


जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग दीपावली और छठ पूजा को ध्यान रखते हुए तारीखों का ऐलान करेगा. क्योंकि, त्योहारों के दौरान महाराष्ट्र में काम करने वाले झारखंड-बिहार के मतदाता अपने घर लौट जाते हैं. इसलिए, चुनाव आयोग नवंबर के दूसरे हफ्ते के अंत में चुनाव कराने की योजना बना सकता है, जिससे प्रवासी मतदाताओं को त्योहारों के बाद वापस आने का समय मिल सके.


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चुनाव आयोग के कदम पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं


झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा होने पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि जिस तरह से हरियाणा में निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ और लोकतंत्र की हत्या हुई. तो इस तरह  झारखंड और महाराष्ट्र के चुनाव में न हो...'


झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा, 'चुनाव आयोग का सम्मान करते हुए हम कहना चाहते हैं कि जब चुनाव आयोग कोई फैसला लेता है तो वह कटघरे में क्यों खड़ा होता है. झारखंड की ड्यू डेट 6 जनवरी है तो उससे पहले इसे कराएं. आप महाराष्ट्र के साथ चुनाव कराना चाहते हैं. जब हरियाणा में चुनाव की तारीख 3 नवंबर और महाराष्ट्र में 26 नवंबर थी तो आपने दोनों चुनाव एक साथ क्यों नहीं कराए? जब आप हमारी बातों को अनसुना करते हैं तो हमें लगता है कि आप राजनीति या किसी पार्टी विशेष से प्रेरित होकर इस तरह की घोषणाएं कर रहे हैं, इसके बावजूद हम चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर तैयार हैं...'


चुनाव आयोग के झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नेता मनोज पांडे ने कहा, 'हम चुनाव के लिए हमेशा तैयार रहते हैं... लेकिन आज चुनाव की घोषणा होने वाली है और इसकी जानकारी बीजेपी के नेताओं को कल ही हो गया था. ये बहुत गंभीर विषय है क्या बीजेपी नेताओं के इशारे पर चुनाव आयोग काम करता है? हिमंत बिस्वा सरमा कल अपने एक बयान में बोल गए कि आज चुनाव की घोषणा होने वाली है. किसी आयोग को इस कदर कठपुतली बनाकर रखना ये गंभीर बात है.' (एजेंसी इनपुट्स)