Haryana Vidhan Sabha Chunav: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए जेल से बाहर लाने के पीछे बीजेपी का हाथ है और इसका उद्देश्य कांग्रेस की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाना है. वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेताओं पर उनके नाम का कथित तौर पर ‘‘अपमानजनक तरीके से’’ इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.


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उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘जब चुनाव से पहले वे बाबा राम रहीम को 20 दिन के लिए रिहा करते हैं, जिन पर हत्या, बलात्कार के आरोप हैं और आप (भाजपा) उन्हें प्रचार करने के लिए रिहा करते हैं... मैं कहूंगा कि केजरीवाल जी को भी ठीक इसी समय जेल से बाहर लाया गया ताकि वे हरियाणा में प्रचार कर सकें, मुझे लगता है कि ये भाजपा की पूर्वनियोजित योजना है.’’


उन्होंने कहा कि भाजपा को लगता है कि ये लोग हरियाणा में कांग्रेस की जीत की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने सोमवार को कहा था कि हरियाणा सरकार डेरा सच्चा सौदा प्रमुख सिंह की पैरोल पर विचार कर सकती है, बशर्ते कि उनकी पैरोल याचिका में उल्लेखित तथ्य सत्य हों तथा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता के संबंध में अन्य शर्तें पूरी होती हों. राम रहीम ने पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले 20 दिन की पैरोल मांगी है.


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केजरीवाल कर रहे प्रचार
इसके अलावा केजरीवाल को आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से रिहा किया गया था. केजरीवाल पूरे हरियाणा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. पेशे से व्यवसायी वाड्रा ने कहा कि उन्हें लगता है कि जिस कंपनी के साथ वह काम कर रहे हैं, वह हरियाणा में नौकरियां मुहैया करा सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं हरियाणा में रोजगार दे सकता था लेकिन इस (भाजपा) सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि मेरे सभी साथी डरे-सहमे रहें और वे यहां से चले जाएं. मेरे लिए काम करना मुश्किल हो गया और आर्थिक रूप से उन्होंने मुझे बर्बाद करने की कोशिश की.’’


वाड्रा ने विश्वास जताया कि हरियाणा में लोग कांग्रेस को वोट देंगे और उसे चुनाव में ‘‘भारी बहुमत’’ मिलेगा. हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना आठ अक्टूबर को होगी.