Haryana Politics: भजनलाल कद्दावर गैर-जाट नेता थे और सभी समुदायों में उनका अच्छा-खासा प्रभाव था. हिसार जिले की आदमपुर सीट परिवार का गढ़ मानी जाती है.
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Haryana Vidhan Sabha Chunav: हरियाणा में एक जमाने में कांग्रेस के दिग्गज नेता भजनलाल की विरासत के सहारे उनके पुत्र और पोता चुनावी मैदान में हैं. भजनलाल कद्दावर गैर-जाट नेता थे और सभी समुदायों में उनका अच्छा-खासा प्रभाव था. हिसार जिले की आदमपुर सीट परिवार का गढ़ मानी जाती है. उनके परिवार के अलावा कोई भी व्यक्ति इस सीट से नहीं जीत पाया है. उन्होंने नौ बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया, जबकि उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई चार बार इस निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधायक रहे.
कुलदीप बिश्नोई दो साल पहले बेटे भव्य के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे. कुलदीप के कांग्रेस विधायक के तौर पर इस्तीफे और भाजपा का दामन थामने के बाद आदमपुर में उपचुनाव कराना पड़ा था. उसमें भव्य बिश्नोई ने ये सीट जीती. इस बार भी आदमपुर सीट से भव्य बीजेपी के प्रत्याशी हैं.
अपने दादा भजनलाल के बारे में भव्य ने कहा कि वह एक दूरदृष्टा थे जिन्होंने विकास के जरिये हरियाणा की सूरत बदल दी. उन्होंने कहा कि पांच दशक से अधिक समय से आदमपुर के लोगों ने भजनलाल परिवार पर अपना विश्वास जताया है. कुलदीप बिश्नोई ने भजनलाल को एक संस्था, एक दूरदृष्टा नेता बताते हुए कहा कि उनका बेटा होना उनके लिए गर्व की बात है. कुलदीप और भव्य ने दावा किया कि भाजपा लगातार तीसरी बार सरकार बनाएगी.
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पंचकूला की लड़ाई
इसी तरह दिवंगत भजनलाल के बड़े बेटे कांग्रेस के चंद्रमोहन (59) चार बार के पूर्व विधायक हैं. पांच अक्टूबर को होने वाला हरियाणा विधानसभा चुनाव पंचकूला से लड़ रहे हैं. इस सीट से 10 उम्मीदवार हैं. यहां से भाजपा के मौजूदा विधायक एवं निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता भी मैदान में हैं. इस तरह कांग्रेस के चंद्रमोहन और उनके भतीजे एवं भाजपा के भव्य बिश्नोई भले ही प्रतिद्वंद्वी पार्टियों से तथा अलग-अलग सीटों पर चुनाव लड़ रहे हों, लेकिन उनमें यह बात समान है कि वे दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की विरासत के सहारे हैं.
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पंचकूला में चुनाव प्रचार करते हुए मोहन ने अपनी और कांग्रेस पार्टी की जीत का विश्वास जताते हुए कहा कि लोग भाजपा को सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं. मोहन ने कहा कि भाजपा ने पिछले 10 वर्षों में कोई काम नहीं किया है. उन्होंने कहा, ‘‘भजनलाल जी के समय में पंचकूला में सबसे अधिक विकास हुआ, युवाओं को रोजगार मिला, कई संस्थान और अच्छी सड़कें बनीं.’’
भाजपा पर निशाना साधते हुए मोहन ने कहा कि वे दावा करते हैं कि उनके समय में पंचकूला में विकास कार्यों के लिए 5,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए, ‘‘लेकिन हम जानना चाहते हैं कि वह पैसा कहां गया, जमीनी स्तर पर कोई विकास दिखाई नहीं देता.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता का सपना पंचकूला का विकास पेरिस जैसे आधुनिक शहरों की तरह देखने का है.’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने रविवार को पंचकूला में मोहन के लिए चुनाव प्रचार किया. हरियाणा में पांच अक्टूबर को मतदान होना है, जबकि मतगणना आठ अक्टूबर को होगी.
(इनपुट: एजेंसी भाषा)