स्टार बनने के बाद भी चॉल में रहे Jackie Shroff; टॉयलेट के बाहर लाइन लगाए रहते थे फिल्ममेकर्स !
Jackie Shroff Movies: सुभाष घई के डायरेक्शन में बनी ‘हीरो’. इस फिल्म की रिलीज के बाद जैकी श्रॉफ रातों रात सुपरस्टार बन गए थे. यहां तक कि जग्गू दादा के पीछे कई फिल्ममेकर्स पड़ गए थे.
Jackie Shroff Life Facts: जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff) फिल्म इंडस्ट्री के लीजेंड्री स्टार्स में से एक हैं. जैकी जमीन से उठे स्टार बताए जाते हैं जो आज भी उन सभी लोगों से जुड़े हुए हैं जो स्ट्रगल के दिनों में उनके साथ थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जैकी श्रॉफ का बचपन बेहद गरीबी में बीता था जिस कारण वे अपनी पढ़ाई तक पूरी नहीं कर सके थे. जैकी का परिवार मुंबई के तीन बत्ती वाल्केश्वर इलाके एक बेहद छोटे से घर में रहता था. कहते हैं कि आज भी इस इलाके के भिखारियों के पास जग्गू दादा (जैकी को प्यार से लोग जग्गू दादा कहकर बुलाते हैं) का फोन नंबर मौजूद है और जब भी इनमें से किसी को मदद की जरूरत होती है वो सीधा जैकी श्रॉफ से मदद मांग लेते हैं.
पहली ही फिल्म से सुपरस्टार बन गए थे जैकी श्रॉफ
जैकी श्रॉफ ने यूं तो 1982 में आई फिल्म 'स्वामी दादा' में छोटा सा रोल निभाया था. हालांकि, बतौर लीड एक्टर उनकी पहली फिल्म थी साल 1983 में रिलीज हुई, सुभाष घई (Subhash Ghai) के डायरेक्शन में बनी ‘हीरो’. इस फिल्म की रिलीज के बाद जैकी श्रॉफ रातों रात सुपरस्टार बन गए थे. यहां तक कि जग्गू दादा के पीछे कई फिल्ममेकर्स पड़ गए थे जो किसी भी कीमत पर एक्टर को अपनी फिल्म में लेने के लिए उतारू थे.
टॉयलेट के बाहर लाइन लगाए रहते थे फिल्ममेकर्स
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुपरस्टार बनने के बाद भी जैकी श्रॉफ एक- दो सालों तक तीन बत्ती स्थित अपनी चॉल में ही रहे थे. कहते हैं कि इस दौरान जैकी ने एक दो नहीं बल्कि बैक टू बैक डेढ़ दर्जन फिल्मों को साइन किया था. जैकी के इस दौर से जुड़ा एक किस्सा बहुत फेमस है. खबरों की मानें तो जग्गू दादा जब टॉयलेट जाने के लिए लाइन में लगते तब बड़े फिल्ममेकर्स भी उनके साथ लाइन में लग जाया करते थे ताकि एक्टर को अपनी फिल्म में कास्ट कर सकें.