नई दिल्ली: आईसीसी विश्व कप-2019 में पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों टीम इंडिया की 18 रनों से हार के दुख से फैंस और खिलाड़ी उबर नहीं पा रहे हैं. अब टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या का दर्द ट्विटर पर छलका है. उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा कि उनके पहले विश्वकप का सपना अधूरा रह गया.


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पांड्या ने अपने एक ट्वीट में लिखा, "यादें...यादें जिंदगीभर के लिए. मेरा पहला वर्ल्ड कप उस तरह से समाप्त नहीं हुआ, जैसा हम चाहते थे लेकिन इसने मुझे इतने ज्यादा इमोशन और सीख दीं है जिनका मैं हमेशा ध्यान रखूंगा. इस स्पेशल टीम का समर्थन करने के लिए आप सभी का धन्यवाद. हम आपके बिना कुछ भी नहीं है."  


पंड्या के इस ट्वीट पर कई यूजर ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी. हालांकि अधिकांश यूजर पांड्या से नाराज दिखाई दिए.एक यूजर डी. देब ने लिखा, "पांड्या एक सीख आपको भी लेनी चाहिए कि आपको मैच परिस्थिति के मुताबिक खेलना चाहिए. धोनी से कुछ शिक्षा लीजिए." 


 




एक यूजर ने अपना गुस्सा कुछ इस तरह निकाला: 


 




इसलिए पांड्या पर गुस्सा निकाल रहे यूजर्स
दरअसल, 240 रनों का पीछा करना ओल्ड ट्रेफर्ड की पिच पर आसान नहीं था क्योंकि बारिश और मौसम ने यहां की स्थितियां तेज गेंदबाजों के मुफीद बना दी थीं. भारत ने पांच रन के भीतर ही अपने तीन विकेट खो दिए थे. युवा ऋषभ पंत और अनुभवी दिनेश कार्तिक के पास टीम को संभालने और अपनी अहमियत दिखाने का मौका था, लेकिन दोनों विफल रहे. 


पंत की अपरिपक्वता एक बार फिर दिखी. पंत ने हार्दिक पांड्या के साथ 47 रनों की साझेदारी कर ली थी. मिशेल सैंटनर ने उनके लिए जाल बिछाया और पंत उसमें फंस कर तब बड़ा शॉट खेल गए जब जरूरत नहीं थी. मिडविकेट पर गए उनके शॉट को कोलिन डी ग्रांडहोम ने पकड़ने में कोई गलती नहीं की. 56 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 32 रन बनाने वाले पंत का विकेट 71 के कुल स्कोर पर गिरा. पंत ने जो गलती की उसे पांड्या ने सैंटनर की गेंद पर ही दोहराया और कीवी कप्तान ने पांड्या का कैच पकड़ भारत की हार की संभावनाओं को मजबूत कर दिया. पांड्या के बल्ले से 62 गेंदों दो चौकों की मदद से 32 रन निकले.