मेलबर्न: दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शुमार विवियन रिचर्ड्स (Vivian Richards) का कहना है कि खेल को लेकर उनका जुनून ऐसा था कि वेस्टइंडीज के लिये खेलते वक्त उन्हें मैदान पर मरना भी गंवारा था. अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिये मशहूर रिचर्ड्स ने कभी हेलमेट पहनना पसंद नहीं किया. उन्होंने कहा कि वह हमेशा जोखिम से वाकिफ थे लेकिन खौफजदा नहीं होते थे.



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उन्होंने आस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन (Shane Watson) से कहा ,‘‘खेल को लेकर मेरे भीतर ऐसा जुनून था कि मुझे मैदान पर मरना भी मंजूर था .’’ उन्होंने कहा कि वह बेखौफ खेलने वाले दूसरे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते थे.  उन्होंने कहा ,‘‘मैने हमेशा उन खिलाड़ियों से प्रेरणा ली है जो बेखौफ होकर खेले. फॉर्मूला वन रेसिंग कार चलाने वालों को देखो , उससे खतरनाक क्या हो सकता है?’ इस पर वाटसन ने चुटकी ली और कहा, ‘‘150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली गेंद को हेलमेट के बिना खेलना.’’



विवियन रिचर्ड्स ने वेस्टइंडीज के लिए 121 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 50.23 की औसत से 8,540 रन बनाए हैं, इस दौरान रिचर्ड्स ने 24 शतक और 45 अर्धशतक लगाए हैं. इसके अलावा उन्होंने 197 वनडे मैचों में 47 की औसत से 6,721 रन अपने नाम किए. वनडे में इन्होंने 11 शतक और 45 अर्धशतक लगाए हैं. 50 ओवर के खेल में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 189* रहा, जो कई सालों तक बरकरार रहा. 
(इनपुट-भाषा)