लाहौर: पाकिस्तान में लंबे समय से अंतरारष्ट्रीय मैच नहीं हुए हैं, खास कर ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमें पाकिस्तान में खेलने को लेकर काफी समय से गुरेज कर रही हैं. फिलहाल पाकिस्तान की मेजबानी के हिस्से वाले मैच यूएई में हो रहे हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की पूरी कोशिश है कि अब विश्व कप के बाद पाकिस्तान में भी क्रिकेट मैचों की मेजबानी शुरु हो जाए. इसके लिए वह कई देशों से संपर्क कर उनके बोर्ड को मनाने की कोशिश में जुट गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

श्रीलंका से किया है संपर्क
अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने श्रीलंकाई क्रिकेट (एसएलसी) के अधिकारियों से संपर्क किया है और उन्हें इस साल के अंत में पाकिस्तान में दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने का न्योता दिया है. 'द डॉन' के अनुसार, पीसीबी के प्रबंध निदेशक वसीम खान ने साल के अंत में खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज को यूएई से पाकिस्तान स्थानांतरित करने का न्योता देने के लिए श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों से संपर्क किया. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया कि मंगलवार को सिंगापुर में एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के दौरान पीसीबी के एमडी ने श्रीलंका के अधिकारियों से कहा कि वह अपना प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान भेजें जिन्हें सुरक्षा योजनाओं एवं व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी जा सकती है.


यह भी पढ़ें: World Cup 2019: अभ्यास मैच में एमएस धोनी का शतक, जानिए क्यों खास है टीम इंडिया के लिए


कुछ मैच तो शुरू हुए पर टेस्ट मैच शुरू नहीं हो सके
पिछले कुछ वर्षो में पीसीबी ने देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का अयोजन कराने के लिए अपने प्रयासों को तेज किया है. उन्होंने 2017 में पीएसएल मुकाबलों और एक आईसीसी वर्ल्ड इलेवन मैच की मेजबानी की. साल 2018 में वेस्टइंडीज की टीम ने वहां तीन मैचों की टी-20 सीरीज भी खेली. हालांकि, हाल के वर्षो में पाकिस्तान में एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला गया है.


कब खेला था पाकिस्तान आखिरी टेस्ट मैच
मार्च 2009 में दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में श्रीलंकाई टीम पर बंदूकधारियों द्वारा हमला किए जाने के बाद से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं हो रहा था. हालांकि, पिछले दिसंबर में पीसीबी को 2020 एशिया कप की मेजबानी का अधिकार दिया गया. पीसीबी ने न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी बातचीत की थी, लेकिन देनों देशों ने शुरुआत में रुचि दिखाने के बाद सीरीज न खेलने का निर्णय लिया.


नए सिरे से होगी बातचीत
पीसीबी की कोशिश अपने देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को बहाल करने की है और इस प्रयास में उसे उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया तथा इंग्लैंड उसका साथ देंगे. पीसीबी का कहना है कि वह  विश्व कप के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से पाकिस्तान दौरे को लेकर नए सिरे से बातचीत शुरू करेगा.
 वहीं पीसीबी श्रीलंका और बांग्लादेश से भी आधिकारिक एफटीपी में शामिल किए गए इनके पाकिस्तान दौरे को लेकर भी बात कर रहा है. एफटीपी के हिसाब से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को 2021 और 2022 में पाकिस्तान का दौर करना है. 


इंग्लैंड से भी चल रही है बात
 पीसीबी के महानिदेशक वसीम खान का कहना है, "ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन पाकिस्तान आ रहे हैं. वह विश्व कप के बाद दो-तीन महीने पाकिस्तान में रुकना चाहते हैं और अनुभव करना चाहते हैं कि यहां का माहौल कैसा है, क्योंकि हम 2021-2022 में उनकी टीम की मेजबानी करेंगे. हम इस मसले पर उनसे बात करना चाहते हैं. इसमें समय लगेगा, क्योंकि उन्होंने 13-14 वर्षो से पाकिस्तान का दौर नहीं किया." उन्होंने कहा, "लेकिन वह पाकिस्तान का दौरा करने को लेकर सकारात्मक हैं. वह हमारे स्टेडियम और हमारी सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे. ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केविन रोबर्टस भी पाकिस्तान आ सकते हैं."


यह भी पढ़ें: World Cup 2019: केएल पर विराट ने ऐसे जताया भरोसा, चयनकर्ताओं को किया था नजरअंदाज


2009 से अब तक कोई तैयार नहीं यहां खेलने को
पाकिस्तान में 2009 में श्रीलंका टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से वहां कई वर्षो तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेली गई है. बीते एक-दो साल में पीसीबी ने तमाम तरह के प्रयास किए लेकिन कोई भी बड़ा देश पाकिस्तान का दौर करने को तैयार नहीं है. 
(इनपुट आईएएनएस)