नई दिल्ली: न्यूजीलैंड ने भारत को कड़े मुकाबले में हराकर आईसीसी विश्व कप (World Cup 2019) के फाइनल में प्रवेश कर लिया है. उसने दो दिन तक चले इस मुकाबले को 18 रन से जीता. इसके साथ ही भारत का विश्व कप से सफर खत्म हो गया. भारत ने इस विश्व कप के लीग राउंड में सबसे अधिक अंकों के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया था. लेकिन सेमीफाइनल में वह अपनी लय कायम नहीं रख सका. भारत लगातार दूसरे विश्व कप में सेमीफाइनल में हारा है. दूसरी ओर, न्यूजीलैंड ने लगातार दूसरी बार विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया है. 


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न्यूजीलैंड ने विश्व कप के इस पहले सेमीफाइनल में 8 विकेट पर 239 रन का स्कोर बनाया. भारत के टॉपऑर्डर के बल्लेबाजों ने इस स्कोर के जवाब में बुरी तरह समर्पण कर दिया. भारत के पहले तीन बल्लेबाज रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली महज एक-एक रन बनाकर आउट हो गए. दिनेश कार्तिक भी सिर्फ छह रन बना सके. बाद में रवींद्र जडेजा, एमएस धोनी, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने जरूर कोशिश की, लेकिन वे टीम को जीत नहीं दिला सके. भारतीय टीम इन सबकी कोशिशों के बावजूद 49.3 ओवर में 221 रन बनाकर ऑलआउट हो गई.

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भारत और न्यूजीलैंड के बीच यह सेमीफाइनल मुकाबला दो दिन तक खेला गया. न्यूजीलैंड ने वर्षाबाधित इस मैच के पहले दिन मंगलवार को 46.1 ओवर में 5 विकेट पर 211 रन बनाए थे. उसने बुधवार को अपनी पारी आगे बढ़ाई और अपना स्कोर 8 विकेट पर 239 रन पहुंचा दिया. उसकी ओर से रॉस टेलर ने सबसे अधिक 74 और कप्तान केन विलियम्सन ने 67 रन बनाए. 

 



 



जडेजा का विकेट रहा टर्निंग प्वाइंट 
240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 92 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद रवींद्र जडेजा (77 रन, 59 गेंद) और महेंद्र सिंह धोनी (50 रन, 72 गेंद) ने अच्छी बैटिंग करते हुए टीम को 208 रन तक पहुंचाया. 48वें ओवर में 208 के स्कोर पर रवींद्र जडेजा बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में आउट हो गए. यहीं से पारी लड़खड़ा गई. 

धोनी के रन आउट होते ही उम्मीदें टूटीं 
जडेजा के आउट होने के बाद भारत को 13 गेंद पर 32 रन बनाने थे. एमएस धोनी ने यहां से एक-दो अच्छे शॉट लगाए, लेकिन वे दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए. वे 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर रन आउट हुए. उनके आउट होने के बाद भारत को जीत के लिए 9 गेंद पर 24 रन चाहिए थे. भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह के लिए इतने रन बनाना मुश्किल था और यही हुआ. भुवनेश्वर और चहल जल्दी-जल्दी आउट हो गए. चहल के आउट होते ही भारत का विश्व कप का अभियान खत्म हो गया.