Rape in Delhi: नई दिल्ली के आईटीओ इलाके में एक महिला के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है. सोशल वर्क में मास्टर डिग्री होल्डर लड़की ने अपनी नर्सिंग की नौकरी छोड़कर, गरीबों, महिलाओं और हाशिए के समुदायों के लिए समाज सेवा के लिए जिस लड़की ने खुद को समर्पित किया था, उसे दिल्ली में ऑटो ड्राइवर और कबाड़ीवाले ने ऐसा दर्द दिया है, जो शायद ही वह जिंदगी में कभी भूल पाए.


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11 अक्टूबर की है घटना, एम्स में चल रहा इलाज
11 अक्टूबर की यह घटना बताया जा रहा है. इस हैवानियत मामले में साउथ ईस्ट जिले के पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए आरोपी में एक ऑटो ड्राइवर,एक कबाड़ी वाला है. आरोपी का नाम प्रभु, प्रमोद, ओर शमशुल है. पीड़ित लड़की का इस समय इलाज एम्स के मनोविज्ञान विभाग में चल रहा है. जानकारी के मुताबिक पीड़ित लड़की उड़ीसा की रहने वाली है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तीन लोग लड़की के साथ गैंग रेप करने के बाद उसे नग्न अवस्‍था में शांति वन के आस पास छोड़ कर फरार हो गए थे. खून से लतपथ हाल में लड़की चलते हुए सराय काले खा तक पहुंची थीं. अर्ध नग्न हालत में जब एक नेवी ऑफिसर ने देखा तो पुलिस को फोन किया.


अंधेरे का फायदा उठाकर आईटीओ पर किया सामूहिक दुष्कर्म
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजघाट के पास ऑटो में किया गया था गैंगरेप. यहां पर आरोपी प्रमोद व शमशुल उसे मेट्रो स्टेशन के पास अंधेरे में झाड़ियों में खींचकर ले जा रहे थे. उसे ऑटो चालक प्रभु ने देख लिया. उसके बाद तीनों ने उसके साथ दरिंदगी की और शरीर को नोंचा. आरोपियों की दरिंदगी यहीं नहीं खत्म हुई. ऑटो चालक प्रभु उसे ऑटो में डालकर रिंग रोड व फिरोशाह कोटला किले के पीछे सर्विस रोड पर ले गया. यहां उसने युवती के साथ ऑटो में कई बार रेप व दरिंदगी की. इसके बाद आरोपी उसे अर्धनग्न अवस्था में छोड़ दिया.


लड़की का बिगड़ा मानसिक संतुलन, ओडिशा की रहने वाली है पीड़िता
बार-बार किए गए दुष्कर्म से युवती का मानसिक संतुलन बिगड़ गया. ओडिशा की ये युवती (34) अर्धनग्न अवस्था में राजघाट से पैदल चलते हुए सराय कालेखां पहुंच गई. युवती के प्राइवेट अंगों से खून बहता रहा, जब
सराये कालेखां पर एक नौसेना के अधिकारी ने इस लड़की को देखा तो पुलिस को सूचना दी. दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तार करने की पुष्टि की है. आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पीड़ित युवती के साथ दरिंदगी का खुलासा हुआ है.


पुलिस का क्या है कहना?
न्यूज एजेंसी पीटाआई के मुताबकि, पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (दक्षिण-पूर्व) रवि कुमार सिंह ने बताया, "पुलिस कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे, जहां पीड़िता को परेशान हालत में पाया गया और उसे मेडिकल जांच और देखभाल के लिए एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. अस्पताल पहुंचने पर पीड़िता ने डॉक्टर को बताया कि तीन लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया है." सिंह ने बताया कि अपने शुरुआती बयान के बाद पीड़िता अपनी बीमारी के कारण जांच या अस्पताल के कर्मचारियों के साथ आगे सहयोग नहीं कर सकी.


पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए कुल 10 पुलिस टीमें बनाई गईं और 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई. आरोपियों की पहचान प्रभु महतो, परमोद उर्फ ​​बाबू और मोहम्मद शमसुल के रूप में की गई है.


आरोपियों ने क्या बताया?
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान परमोद ने बताया कि उसने 10 अक्टूबर को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास एक महिला को बैठे देखा था उसने शारीरिक रूप से विकलांग शमसुल के साथ मिलकर लड़की का यौन शोषण करने की साजिश रची, यह सोचकर कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और आसान लक्ष्य है. सिंह ने बताया कि वे उसे जबरन एक सुनसान इलाके में ले गए और अपराध को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि इस घटना को ऑटो चालक प्रभु महतो ने देखा, जिसने भी कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया. डीसीपी ने बताया कि महतो ने पीड़िता को सराय काले खां के पास फेंक दिया और भाग गया. डीसीपी ने बताया कि पीड़िता ओडिशा की रहने वाली है और उच्च शिक्षित है। उसने बताया कि वह 9 मई को अपने परिवार को बताए बिना दिल्ली आ गई थी. उन्होंने बताया कि उसके माता-पिता ने 9 जून को पुरी के कुंभारपाड़ा पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.