Gurugram Online Fraud: गुरुग्राम में एक 27 वर्षीय व्यक्ति को साइबर फ्रॉड के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उसने लोगों को वर्क फ्रॉम होम (WFH) से पैसे कमाने का लालच देकर करीब 21 करोड़ रुपये ठग लिए. यह इंसान ऑनलाइन ठगी से पहले सब्जी बेचने का कार्य किया करता था, लेकिन कोविड-19 महामारी में धंधा बंद होने के चलते वह अपराध की दुनिया में उतर गया. आरोपी की पहचान सेक्टर-9 के रहने वाले ऋषभ शर्मा के रूप में हुई है. उसके ऊपर 10 राज्यों में धोखाधड़ी के 37 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा 855 अन्य मामलों में सहआरोपी है. 


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जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड की पुलिस टीम ने 28 अक्टूबर को बैंक खातों का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया, जो उसने पीड़ितों को पैसे ट्रांसफर करने के लिए उपलब्ध कराए थे. पुलिस इस आरोप की भी जांच कर रही है कि ऋषभ विदेश स्थित कार्टेल के लिए काम करता था और हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए चीन, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में पैसा भेजता था. उसने केवल छह महीने पहले ही धोखाधड़ी को अंजाम देना शुरू किया और 21 करोड़ रुपये जमा कर लिए. इसमें से अधिकांश रकम अंतरराष्ट्रीय गिरोहों से कमाए गए मोटे कमीशन से आए थे.


पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कुछ साल पहले वह फ़रीदाबाद में सब्जियां और फल बेचने का कार्य किया करता था. कोरोना महामारी में अन्य व्यवसायियों की तरह उसे भी भारी नुकसान हुआ और उसको यह कारोबार बंद करना पड़ा. इसके बाद उसने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए WFH पर काम किया. इस दौरान उसकी मुलाकात एक पुराने दोस्त से हुई, जो पहले से ही ऑनलाइन धोखाधड़ी में शामिल था. 


इस मामले में देहरादून के डीसीपी (साइबर पुलिस) अंकुश मिश्रा ने कहा कि आरोपी ने छह महीने में ही धोखाधड़ी के दौरान 21 करोड़ रुपये कमा लिए. ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए ऋषभ को उसके दोस्त ने कॉल करने के लिए फोन नंबरों का एक डेटाबेस और लोगों को नौकरी की पेशकश के लिए राजी करने के टिप्स प्रदान किए. ऋषभ का आखिरी शिकार देहरादून का एक बिजनेसमैन था, जिससे 20 लाख रुपये की ठगी हुई थी.


पुलिस ने कहा कि 27 वर्षीय आरोपी ने सबसे पहले मैरियट बॉनवॉय की एक नकली वेबसाइट - marrittwork.com बनाई. यह स्टार होटल श्रृंखला की मूल वेबसाइट- marritt.com की तरह लगती थी.