देवी मां को खुश करने के लिए महिला ने अपने 24 वर्षीय बेटे की चढ़ाई बलि, फिर...
पन्ना कोतवाली थाना प्रभारी अरुण सोनी ने बताया, ‘आज तड़के करीब साढ़े चार बजे पुलिस को सूचना मिली कि कोहनी गांव में सुनिया बाई लोधी (लगभग 50 साल उम्र) ने अपने बेटे द्वारका लोधी (24) के गले पर कुल्हाडी से वार कर हत्या कर दी है.’
पन्ना (मध्यप्रदेश): मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना जिले में अंधविश्वास के चलते देवी मां को खुश करने के लिए एक महिला ने अपने 24 वर्षीय बेटे के गले पर कुल्हाड़ी से वार कर कथित रूप से बलि चढ़ा दी. घटना के समय युवक सो रहा था. यह घटना पन्ना जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत कोहनी गांव में गुरुवार को हुई. घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
पन्ना कोतवाली थाना प्रभारी अरुण सोनी ने बताया, ‘आज तड़के करीब साढ़े चार बजे पुलिस को सूचना मिली कि कोहनी गांव में सुनिया बाई लोधी (लगभग 50 साल उम्र) ने अपने बेटे द्वारका लोधी (24) के गले पर कुल्हाडी से वार कर हत्या कर दी है.’
महिला को दैवीय प्रभाव होने का अहसास होता था
उन्होंने कहा, ‘सुनिया बाई को लगभग पिछले दो साल से कुछ दैवीय प्रभाव होने का अहसास होता था और ऐसी घटना आज रात में भी हुई थी. इसी भाव के आने की दशा में उसने अपने बेटे द्वारका लोधी के गले पर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी.’
सोनी ने बताया कि कानूनी कार्रवाई कर शव का पोस्टमॉर्टम करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आरोपी महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है. सोनी ने बताया कि पुलिस ने वारदात में उपयोग की गई कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली है.
पुलिस ने मां के खिलाफ मामला दर्ज किया
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या उसने देवी मां को बलि चढ़ाई है तो इस पर उन्होंने कहा, ‘शुरुआती तौर पर पता चला है कि उसको ये भाव आते रहते थे और उस भाव के आने की स्थिति में वह यह बात करती थी कि इसे मारना है, उसे मारना है. यह बात गांव वालों ने बताई है. बातचीत करके इसका आगे पूरा खुलासा किया जाएगा.’ सोनी ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है.
गांव वालों ने बताई उस रात की भयानक कहानी
इसी बीच, कोहनी गांव के राम भगत ने कहा कि, ‘सुनिया बाई ने अपने बच्चे को मार दिया. उसको देवी मां के भाव आते थे और कहती थी कि मैं बलि ले लूंगी. उसने रात में नींद में अपने बेटे की हत्या कर दी.’उन्होंने कहा, ‘घटना के समय उनके घर में सुनिया बाई, उसका पति एवं बेटा थे. उसका पति एवं बेटा सोए हुए थे. रात में सुनिया बाई ने कुल्हाड़ी ली और उसने अपने बेटे को काट दिया. उसने अपने बेटे को काटकर अपने पति को भी बताया था कि देखो मैंने अपना काम कर दिया है. बलि ले ली है. बच्चे को मार दिया है और जाकर देखो.’