NIA team attacked in Midnapore: पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में 2022 के बम विस्फोट मामले की जांच के लिए गई एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) की टीम पर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने शनिवार की सुबह हमला कर दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि एनआईए (NIA) अधिकारियों के एक दल ने इस मामले के संबंध में बुधवार सुबह दो लोगों को गिरफ्तार किया और ये दल कोलकाता वापस जा रहा था, तभी उसके वाहन पर सुनियोजित हमला कर दिया गया.


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'मामले की जांच कर रही पुलिस'


पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘स्थानीय लोगों ने एनआईए (NIA) के वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया. एनआईए ने कहा है कि उसका एक अधिकारी घायल भी हुआ है.’ उन्होंने बताया कि एनआईए ने भी इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. संघीय जांच एजेंसी के अधिकारियों से इस घटना के बारे में बात नहीं हो सकी. पुलिस ने बताया कि केंद्रीय पुलिस बल की एक बड़ी टुकड़ी भूपतिनगर पहुंची, जहां गिरफ्तार किए गए दो लोगों के साथ एनआईए की टीम मौजूद है.


एनआईए अधिकारी द्वारा दायर शिकायत के आधार पर, भूपतिनगर पुलिस ने मुख्य आरोपी मोनोब्रोतो जाना, उसके परिजनों और अज्ञात के खिलाफ IPC की धारा 341, 332, 353, 186, 323, 427, 34 और पीडीपीपी एक्ट में मुकदमा लिखा गया है. भीड़ के पथराव के बावजूद टीम ने जाना को गिरफ्तार कर लिया.


2022 में क्या हुआ था?


भूपतिनगर में 3 दिसंबर, 2022 को एक कच्चे घर में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी. बाद में मामले की जांच NIA को सौंप दी गई थी. शनिवार की इस घटना ने पांच जनवरी की उस घटना की याद दिला दी, जब उत्तरी 24 परगना के संदेशखाली इलाके में राशन घोटाले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया गया था.


संदेशखाली जैसे हमले की पुनरावृत्ति


गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में 5 जनवरी को ED की टीम पर हमला हुआ था. साउथ 24 परगना जिले में ED और CRPF की टीम TMC नेता के घर रेड डालने गई थी. इस दौरान भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया था. उस समय करीब 200 लोगों ने जांच एजेंसी की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर अफसरों को घायल कर दिया था.