नई दिल्ली: फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे मामले से जुड़ी इस वक्त दो बड़ी जानकारियां सामने आ रही हैं. पहली जानकारी ये है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की मदद करने वालों की जांच का दायरा बढ़ाया गया है.


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सूत्रों के हवाले से खबर है कि चौबेपुर के साथ ही कई और थानों के पुलिसकर्मियों पर शक है. बिल्हौर, ककवन और शिवराजपुर थाने के पुलिसकर्मी भी शक के घेरे में है. 4 थानों में तैनात कई पुलिसकर्मियों के मोबाइल सर्विलांस पर हैं.


वहीं दूसरी चौंकाने वाली जानकारी ये है कि चौबेपुर थाने के निलंबित सब इंस्पेक्टर से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. 2 जुलाई को शाम 4 बजे विकास दुबे ने सब इंस्पेक्टर को धमकी दी थी. विकास दुबे ने कहा, 'थानेदार को समझा लो वरना गांव से लाशें उठेंगी.'


धमकी के बाद सब इंस्पेक्टर ने अपनी बीट बदलने को कहा था. डर की वजह से सब इंस्पेक्टर मुठभेड़ की टीम में भी शामिल नहीं हुआ.


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दूसरी तरफ हिस्ट्रीशीटर विकास पर कई केस दर्ज हो सकते हैं जो लोग डर से सामने नहीं आते थे अब केस करने के लिए तैयार हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के भाई पर भी केस की तैयारी है


कानपुर में पुलिस पर हमला मामले की मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है. कानपुर के एडीएम ने मामले की जांच शुरू कर एडीएम दफ्तर से केस से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं.


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