दूध, पनीर, मिठाई से सावधान! चुटकियों में पहचानें माल असली है या नकली?
Cheese paneer seize: अगर आप भी इस त्योहारी सीजन में पनीर लाने वाले हैं तो सावधान हो जाइए. कुछ लोग आपको अस्पताल भेजने की नापाक हरकत कर रहे हैं.
Adulteration in food items: देश में त्योहार का सीजन हो या ना हो? पनीर से बने आइटम्स लोगों की फूड लिस्ट और मेन्यू में टॉप पर रहते हैं. क्या आप भी पनीर (paneer) के शौकीन हैं? क्या आपके तीज-त्योहार या शादी-ब्याह और जन्म दिन की पार्टी पनीर के बगैर अधूरी रहती है, तो प्रिय पाठक ये खास खबर समझिए हमने आपके लिए ही लिखी है. सौ बात की एक बात ये है कि चीज लवर्स हों या कैटरिंग का धंधा करने वाले कैटरर्स. मेन्यू में पनीर तो कंपलसरी है.
हमारी खबर आप ध्यान से पढ़िए. सोशल मीडिया पर तब तक शेयर कीजिए, जब तक कि दीपावली और छठ पूजा का त्योहार सकुशल संपन्न न हो जाए. हमारी इस अपील का मकसद ये है कि किसी भी कीमत में नकली खाद्ध पदार्थों का धंधा करने वाले मुनाफाखोर किसी की सेहत से खिलवाड़ न कर सकें.
देश के कुछ घाघ लोगों ने त्योहारों पर जगह-जगह आपको बीमार करके अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम कर लिया है. ऐसे हालातों में आपको बचाने के लिए पुलिस और फूड डिपार्टमेंट लगातार देशभर में छापेमारी और पनीर, मावा समेत सभी फूड आइटम्स की रैंडम सैंपलिंग करके उनका टेस्ट कर रहा है. उन टेस्ट के नतीजों में बड़ी चिंताजनक बातें पता चली हैं. इसी मुहिम में रोज हजारों किलो नकली घी, पनीर और मावा बरामद हो रहा है. जिसकी लो क्वालिटी अच्छे-अच्छों का हाजमा बिगाड़ने के लिए काफी है.
पूरे देश में मिलावटखोर एक्टिव
इस पनीर में मिल्क फेट और सोया के अलावा दूसरा फेट भी पाया गया. खाद्य विभाग ने पनीर में बड़ी मात्रा में मिलावट की पुष्टि की है. असली पनीर की जगह बाजार में मिलने वाले मिलावटी पनीर सेहत के लिए हानिकारक हैं. इसे सिंथेटिक पनीर भी कहते हैं. ये सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है. इसे बनाने के लिए कई तरह के केमिकल इस्तेमाल किए जा सकते हैं. इसमें यूरिया, कोलतार डाई, डिटर्जेंट, सफ्लरिक एसिड मिलाया जाता है.
टेस्ट में फेल
दिवाली से पहले इस बार भी लाखों किलो नकली मिठाई, दूध, मावा, तेल, घी और अन्य सामान जब्त हुआ है. 140 करोड़ की आबादी वाले देश में लाखों क्विंटल नकली माल हर सीजन में पकड़ा जाता है. त्योहारों में ये स्थिति और गंभीर हो जाती है.
कैसे पहचाने असली पनीर या नकली पनीर?
आप घर बैठे बस 2 मिनट में असली-नकली की पहचान कर सकेंगे. खोया, पनीर, छेना आदि में मिलावट है या नहीं इसका पता अब आम आदमी भी स्वयं लगा सकते हैं. आयोडीन टिंचर की दो बूंद डालते ही नकली खोवा, पनीर नीला पड़ जाएगा. यह जानकारी रविवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने दी है.
पनीर का एक टुकड़ा तोड़िए. अगर आसानी से हल्के हाथ से टूट जाए तो समझिए असली है. अगर टाइट हो रहा है या तोड़ने पर रबर की तरह खिंच रहा है तो समझिए मिलावट है. ऐसे ही खोया भी अगर आसानी से टूट जाए और मसलने के बाद हाथों में घी की खुशबू और टेस्ट आए तो समझिए असली है. खोया टूटकर बिखर जाए तो समझिए मिलावटी माल है.
पनीर पानी में डालकर उबाल लीजिए. जब ठंडा हो जाए तो सोयाबीन या अरहर की दाल मिक्सी में पीसकर बनाकर पाउडर छिड़क दें. फिर 15 मिनट के लिए छोड़ दें. अगर रंग लाल हो जाता है तो समझ लीजिए नकली है और संभव है कि उसमें यूरिया मिला हो.
सवाल 1:- सिंथेटिक पनीर कैसे बनता है?
जबाव- यह नकली पनीर होता है. नकली पनीर के लिए पामोलिन तेल, ग्लिसरॉल मोनोस्टियरेट पाउडर, डिटर्जेंट पाउडर और सल्फ्यूरिक एसिड जैसे खतरनाक और जानलेवा केमिकल मिलाये जाते हैं. ये सारी चीजें सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं. यही वजह है कि डॉक्टर भी मरीज को घर पर बना पनीर खाने की सलाह देते हैं.
सवाल 2:- नकली पनीर खाने से क्या नुकसान हो सकता है?
जवाब- इसमें मौजूद केमिकल किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं. नकली सिंथेटिक पनीर खाने से पेटदर्द, डायरिया, एलर्जी और उल्टी की प्रॉब्लम हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. ऐसे में आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.