नई दिल्ली. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं के छात्रों के अंक भेजने के समय की समीक्षा करने की बात मान ली है. इसकी मांग दिल्ली शिक्षा निदेशालय की तरफ से गई थी. इस फैसले के बाद अब रिजल्ट समिति 10वीं के अंकों को भेजने के लिए दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों के एक कार्यक्रम बना सकती है.


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इस संबंध में सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने शिक्षा निदेशालय के पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि सीबीएसई शिक्षकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने सीबीएसई को पत्र लिखा था. जिसमें शिक्षकों की कोरोना ड्यूटी लगने की वजह से अंक भेजने की समय सारणी में बदलाव की मांग की गई थी. 


कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से सीबीएसई द्वारा 10वीं की परीक्षा को पहले ही कैंसिल कर दी गई है. इन छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पास किया जाएगा. जिसका परिणाम 5 जून से 11 जून तक जारी करने के लिए कहा गया है. लेकिन दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने पत्र लिखकर रिजल्‍ट और मूल्‍यांकन रिपोर्ट जमा करने के लिये थोड़ी और मोहलत की मांगी थी. जिसे बोर्ड की तरफ से मान लिया गया है.


आपको बता दें कि निदेशालय ने कहा था कि दिल्ली सरकार के बहुत से शिक्षक व अन्‍य स्‍टाफ, मसलन डाटा एंट्री ऑपरेटर और आईटी असिस्‍टेंट कोविड-19 की ड्यूटी कर रहे हैं. इसके अलावा बहुत सी स्कूलों को टीकाकरण सेंटर के रूप में बदल दिया गया है. इससे आंतरिक मूल्यांकन के अंक को देने में देरी होगी. 


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