All Details About Super TET: भारत में बहुत सारे सरकारी पदों पर भर्तियां होती हैं, लेकिन ज्यादातर युवा टीचर बनना चाहते हैं, क्योंकि लोगों का ये मानना है कि सरकारी टीचर बनने के बाद करियर तो सेट होता ही है. साथ ही इस क्षेत्र में आदर और सम्मान भी बहुत मिलता है. हालांकि, ये बातें बिल्कुल सही भी हैं.


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अगर आप टीचिंग फील्ड में बेहतर करियर बनाना चाहते हैं, इसके लिए तैयारी कर रहे हैं तो हम आपके लिए बेहद काम की खबर लाए हैं. अगर आपको नहीं पता कि सुपर टीईटी (Super Teacher Eligibility Test) क्या है, तो आज इस आर्टिकल में हम आपको सुपर टेट परीक्षा से जुड़े सभी जरूरी जानकारी देने जा रहे हैं.


सुपर टेट परीक्षा के बारे में details में समझे
सुपर टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट एक स्टेट लेवल परीक्षा है. यह परीक्षा उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा सरकारी स्कूलों में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली प्रमुख परीक्षाओं में से एक है.


उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने टीईटी क्लियर करने के बाद, सुपर टीईटी देना अनिवार्य कर दिया है. सरकार के इस फैसले के बाद अब राज्य के सरकारी स्कूलों में असिस्टेंट टीचर की जॉब करने के लिए यूपीटीईटी और सीटीईटी के साथ ही सुपर टीईटी परीक्षा पास करना जरूरी है. 


एज लिमिट
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए कैंडिडेट्स की आयु 21 से 40 सालके बीच होनी चाहिए. हालांकि, रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट्स को अधिकतम आयु सीमा में छूट प्रदान की जाती है.


सुपर टीईटी के लिए योग्यता
ऐसे कैंडिडेट्स जिन्होंने यूपीटीईटी/सीटीईटी का एग्जाम क्लियर कर लिया हैं और ग्रेजुएशन या बी.एड की डिग्री रखते हैं, वे ही सुपर टीईटी के लिए आवेदन फॉर्म भरने की योग्यता रखते हैं.


सुपर टीईटी परीक्षा का पैटर्न
इस परीक्षा में कुल 150 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते है. पेपर सॉल्व करने के लिए आपको 2.30 घंटे का समय मिलता है. सुपर टीईटी की परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित कराई जाती है. परीक्षा में सफल होने के लिए बोर्ड द्वारा निर्धारित न्यूनतम अंक लाना होता है. इस परीक्षा में हिंदी, इंग्लिश और संस्कृत लैंग्वेज के 40 प्रश्न, साइंस के 10 प्रश्न, मैथ्स के 20 प्रश्न, सोशल स्टडीज और एनवायरमेंट के 10 प्रश्न, शिक्षण पद्धति के 10 प्रश्न, बाल मनोविज्ञान के 10 प्रश्न, सामान्य ज्ञान के 30 प्रश्न और रिजनिंग के 5 प्रश्न पूछे जाते हैं. 


जानें सुपर टीईटी और सीटीईटी में क्या है फर्क
सुपर टीईटी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाती है. जबकि, सीटीईटी केंद्र सरकार की योग्यता परीक्षा है, जिसका आयोजन सीबीएसई संगठन द्वारा केंद्र सरकार की ओर से किया जाता है.


सीटीईटी देने वाले कैंडिडेट्स केंद्र सरकार के स्कूलों जैसे केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति में नौकरी पाने की योग्यता रखते हैं. जबकि, सुपर टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थी यूपी के सरकारी स्कूलों में टीचर बनने की योग्यता रखते हैं.


केंद्र सरकार साल में दो बार सीटीईटी परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी करती है. वहीं, सुपर टीईटी का नोटिफिकेशन तभी जारी किया जाता है, जब राज्य सरकार के स्कूलों में रिक्तियां उपलब्ध हों.