Gold Mines: भारत में इस प्रदेश के लोग हैं सबसे धनवान, जहां छिपा है बेशकीमती सोने का खजाना
Gold Mines: दुनिया में सोने की सबसे ज्यादा खपत भारत में ही होती है. यहां कोई भी मांगलिक काम बगैर सोना खरीदे पूरा नहीं होता. यह एकमात्र ऐसा देश हो, जो बड़े पैमाने पर सोना निर्यात भी करता है. जानें किस राज्य में सबसे ज्यादा सोना पाया जाता है.
Most Gold Producing State Of India: दुनिया में बेशकीमती धातुएं में से एक सोना भी है, जो धरती पर बहुत ही कम मात्रा में मौजूद है और कड़ी मेहनत के उत्खन्न से हासिल किया जाता है. यही वजह है कि यह पीली धातु बहुत कीमती है. वहीं, भारत में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण खनिजों में सोना सबसे खास है. देश में कई राज्य हैं, जहां पर बहुतायत में सोना पाया जाता है. भारत के अलग-अलग राज्यों में सोने की खदानें हैं, क्या आपको पता है कि किस राज्य में सबसे ज्यादा सोना छिपा हुआ है? आइए जानते हैं यहां...
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक हमारा देश दुनिया में चौथा सबसे बड़ा देश है, जो सोने की रिसाइक्लिंग करता है. साल 2021 तक भारत ने विश्व का 6.5 प्रतिशत या 75 टन सोने की रिसाइक्लिंग की है.
यहां पाया जाता है सबसे ज्यादा सोना
भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनमें से कर्नाटक सोने का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है. देश में निकाला जाने वाला करीब 80 फीसदी सोना यहीं से प्राप्त किया जाता है. यहां की कोलार गोल्ड फील्ड्स से सोने निकाला जाता है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कोलार गोल्ड फील्ड्स में लगभग 17 लाख टन सोने का भंडार है. इसके अलावा राज्या में हसन, रायचूर और धारवाड़ खदानों से भी काफी सोना निकाला जाता है. इसी कारण कर्नाटक को सोने का भंडार भी कहा जाता है.
दूसरे स्थान पर आता है ये राज्य
एक रिपोर्ट के मुताबिक आंध्र प्रदेश सोना उत्खनन के मामले में दूसरे नंबर पर आता है. यह राज्य करीब 2 हजार किलो टन सोने का उत्पादन करता है.
तीसरे नंबर पर है झारखंड
झारखंड सालाना 344 किलो टन सोने का उत्पादन करता है. इतना ही नहीं यहां बहने वाली सुवर्ण रेखा नदी में भी सोने के कण पाए जाते हैं. इसके अलावा यहां पर सिंहभूमी और सोनापाट घाटी में भी सोने का भंडार है.
केरल भी इस मामले में नहीं पीछे
केरल से भी हर साल कई किलो सोना प्राप्त किया जाता है. यहां छवियार पुझा और पुन्ना पुझ नदी के पास सोना मौजूद है. हालांकि, बाकी राज्यों के मुकाबले यहां से निकाले जाने वाले सोने की मात्रा कम है.