बिना कोचिंग पहली कोशिश में ही क्रैक कर डाली UPSC परीक्षा, बनीं IAS ऑफिसर
IAS Chandrajyoti Singh: चंद्रज्योति सिंह ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए एक बेहद खास रणनीति तैयार की और उसका सख्ती से पालन किया, जिसकी बदौलत वह यह परीक्षा पहले प्रयास में पास करने में सफल रहीं.
IAS Chandrajyoti Singh: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तरफ से हर साल देश के सबसे तेज तर्रार और प्रेरणादायक लोगों को सिविल सेवा में नियुक्त किया जाता है. बहुत से उम्मीदवार इन्हीं आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की प्रेरणा भरी यात्रा को देखकर इस परीक्षा की तैयारी करते हैं. भारत में लाखों अभ्यर्थी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में सालों-साल बिता देते हैं, लेकिन कुछ उम्मीदवार ऐसे होते हैं, जो पहली कोशिश में ही इस परीक्षा को पास कर लेते हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही उम्मीदवार की सफलता भरी कहानी बताएंगे, जिन्होंने बिना कोचिंग के ही पहले प्रयास में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास कर डाली और आईएएस ऑफिसर बन गई.
दरअसल, हम बात कर रहे हैं आईएएस चंद्रज्योति सिंह की, जो उन दुर्लभ लोगों में से एक हैं, जिन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली थी. चंद्रज्योति एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी की बेटी हैं. उन्होंने स्कूली शिक्षा के दौरान कई राज्यों में रहकर पढ़ाई की है. चंद्रज्योति के पिता, कर्नल दलबारा सिंह, एक आर्मी रेडियोलॉजिस्ट के रूप में कार्यरत थे, और उनकी मां लेफ्टिनेंट कर्नल मीना सिंह थीं.
उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा जीवन में अच्छा करने के लिए प्रेरित किया. चंद्रज्योति सिंह ने 10 सीजीपीए के साथ जालंधर के एपीजे स्कूल से 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पूरी की. इसके बाद, उन्होंने चंडीगढ़ के भवन विद्यालय, चंडीगढ़ से 95.4% अंकों के साथ कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की.
इसके बाद साल 2018 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हिस्ट्री ऑनर्स के साथ 7.75 सीजीपीए हासिल कर ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद, चंद्रज्योति ने एक साल का ब्रेक लिया.
चंद्रज्योति ने साल 2018 में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की और अपने पहले प्रयास में ऑल इंडिया 28वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की. चंद्रज्योति सिंह मजह 22 साल की उम्र में ही आईएएस अधिकारी बन गईं. चंद्रज्योति ने परीक्षा में सफलता पाने के लिए एक संपूर्ण रणनीति तैयार की और उसका सख्ती से पालन किया. उनकी कहानी सभी यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा है.