नई दिल्ली. भारत की स्टार टेनिस प्लेयर सनिया मिर्जा ने बुधवार को संन्यास लेने का एलान कर दिया. उन्होंने कहा कि अब उनका शरीर थकने लगा है. प्रेरणा और ऊर्जा का स्तर भी घटने लगा है, इसलिए 2022 का सीजन उनके लिए आखिरी है. उन्होंने यह भी कहा कि मैं एक-एक सप्ताह खेल रही हूं. हालांकि मुझे यह भी नहीं पता है कि मैं पूरे सीजन तक खेल पाऊंगी, लेकिन मैं चाहती हूं कि पूरे सीजन तक रहूं.


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2003 में किया डेब्यू
सानिया मिर्जा ने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत 2003 में की थी. पिछले 19 साल से वह लगातार टेनिस खेल रही हैं. सानिया डबल्स में नंबर-1 भी रह चुकी हैं. कमर में चोट के कारण उन्होंने सिंगल्स खेलना छोड़ दिया था. वह सिंगल्स में शीर्ष 100 में पहुंचने वाली एकमात्र भारतीय महिला खिलाड़ी भी हैं. 


एजुकेशन
सानिया मिर्जा का जन्म 15 नवम्बर 1986 (sania mirza age 34) को सपनों के शहर मुंबई में हुआ था. जबकि सानिया की प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद के एनएएसआर स्कूल में हुई हैं. इसके बाद की पढ़ाई भी सानिया मिर्जा ने यहीं हैदराबाद के सेंट मैरी कॉलेज से की थी.


इसके अलावा उन्होंने ग्रेजुएशन भी हैदराबाद के सेंट मैरी कॉलेज से किया है. वहीं उन्हें 11 दिसम्बर 2008 को चेन्नई में एम जी आर शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी मिली है.


6 साल में शुरू किया प्रैक्टिस
सानिया को कामयाब बनाने में उनके पिता का अहम योगदान है. हैदराबाद के निजाम क्लब में सानिया ने छ्ह साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू किया. महेश भूपति के पिता और भारत के सफल टेनिस प्लेयर सीके भूपति से सानिया ने अपनी शुरुआती कोचिंग ली थी. 


भारत के लिए टेनिस में अच्छे प्रदर्शन की वजह से साल 2004 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया जा चुका है. इसके अलावा उन्हें 2006 में पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. पद्मश्री पाने वाली सानिया सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी भी हैं.