NIRF Ranking: इस कॉलेज से पढ़े हैं स्वामी विवेकानंद और सुभाष चंद्र बोस, 100वें नंबर के साथ रह गया सबसे पीछे
NIRF Ranking: साल 2023 की लिस्ट जारी कर दी गई है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी इस रैंकिग में देश के टॉप कॉलेजों की लिस्ट में 100 कॉलेजों ने जगह बनाई है, जिसमें आखिरी नंबर पर कलकत्ता का Scottish Church College है.
Scottish Church College NIRF Ranking 2023: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने ऑल इंडिया लेवल के साथ ही राज्यों और सिलेबस के हिसाब से संस्थानों को रैंक दी है. इस रैंकिंग के जरिए दाखिला लेने वाले छात्रों को कॉलेज के हर पहलु की जानकारी आसानी से मिल जाती है.
इस साल की लिस्ट में यूनिवर्सिटी, कॉलेजों की 13 कैटेगरी में रैंक तय की गई है, जिसमें टॉप 100 कॉलेजों को जगह मिली है. 100वें नंबर पर पश्चिम बंगाल का स्कॉटिश चर्च कॉलेज, जहां से स्वामी विवेकानंद और सुभाष चंद्र बोस जैसी महान विभूतियां पढ़कर निकली हैं.
एशिया में सबसे पुराना कॉलेज
स्कॉटिश चर्च कॉलेज एशिया में सबसे पुराना लगातार चलने वाला ईसाई कॉलेज है, जो कलकत्ता यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है. इस को-एजुकेशनल कॉलेज में आर्ट्स और साइंस स्ट्रीम से यूजी और पीजी लेवल की पढ़ाई होती है. इसे भारतीय Indian National Assessment and Accreditation Council ने 'A' रेटिंग दी. यहां के कॉलेज फेस्टिवल का नाम 'कैलेडोनियन'है. इस फेस्ट के नाम पर यहां के स्टूडेंट्स और Alumni को भी 'कैलेडोनियन' कहते हैं.
इस साल किया था स्थापित
साल 1830 में स्कॉटिश चर्च कॉलेज महासभा के संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था. वर्तमान नाम इसे 1929 में दिया गया. इस कॉलेज के संस्थापक, रेव अलेक्जेंडर डफ, स्कॉटलैंड के चर्च से भारत के पहले मिशनरी थे. वह एक ऐसी संस्था स्थापित करना था जो पश्चिमी शिक्षा को ईसाई मिशन और लोगों की प्रगति से जोड़ सके.
देश की महान विभूतियों ने ली है यहां शिक्षा
स्कॉटिश चर्च कॉलेज वेस्ट बंगाल में स्थित कोलकाता में स्थित दूसरा सबसे पुराना कॉलेज है. इस संस्थान से महान हस्तियां पढ़कर निकलीं, जिनमें स्वामी विवेकानंद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रमुख हैं. यूजीसी की ओर से क्वालिटी रेटिंग के साथ कॉलेज को उत्कृष्टता के लिए संभावित कॉलेज का दर्जा भी हासिल है. मीडिया सर्वेक्षण ने स्कॉटिश को भारत के टॉप पचास कॉलेजों में से भी एक माना है. हालांकि, एनआईआरएफ रैंकिंग 2023 में इसे 100वां स्थान मिलना कोई बहुत अच्छी बात नहीं हो सकती है.
कॉलेज अब कलकत्ता के सूबा के जरिए चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के स्वामित्व में है, जो कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्ध है. हालांकि, इसे स्नातकोत्तर के लिए स्वायत्त दर्जा हासिल है. यहां अंडर-ग्रेजुएट स्ट्रीम में 15 विषयों में ऑनर्स कोर्स और दो विषयों में पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्सेस कराए जाते हैं.