Bulletproof Jacket: लोहे से बनी चीजों को भी बुलेट भेदकर निकल जाती है, लेकिन एक बुलेटप्रूफ जैकेट पहने जान बचाई जा सकती है. क्या कभी आपके मन में ये सवाल आया है कि बुलेटप्रूफ जैकेट में ऐसा क्या होता है कि उसमें गोली नहीं लगती है? अगर आया है तो अच्छी बात हैं और नहीं आया तो भी इस खबर को पूरा जरूर पढ़िए, क्योंकि इससे आपके नॉलेज बढ़ेगी. इस आर्टिकल में आज हम आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी दे रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बुलेटप्रूफ जैकेट क्या है? 
बुलेटप्रूफ जैकेट गोलियों से बचने के लिए बनाई जाती है, जो पुलिस, सैनिकों और देश के सर्वोच्च पदों पर आसिन लोगों को गोली लगने पर सुरक्षा प्रदान करता है. दुश्मनों की गोली का शिकार होने से बचने के लिए देश के बड़े-बड़े लोग भी बुलेटप्रूफ जैकेट पहनते है.


ऐसे होता है तैयार
बुलेटप्रूफ जैकेट में मुख्य दो परत होती है एक बाहरी लेयर (सिरेमिक लेयर), जिसमें  फाइबर व कैमिकल का एक घोल तैयार किया जाता है. दूसरी होती है भीतरी परत, जिसमें धागे से बैलिस्टिक सीट्स की कई लेयर होती हैं. इन लेयर्स से कई प्लेट्स बनाई जाती है और इन प्लेट्स को एक जैकेट में एक में आगे और पीछे की तरफ फिट कर दिया जाता है. 


ऐसे काम करता है बुलेटप्रूफ जैकेट
जब बुलेट जैकेट से टकराती है तो उसकी स्पीड कम हो जाती है और इसका नुकीला हिस्से टकराकर टूट जाता है. इससे गोलियों की भेदने की क्षमता कम हो जाती है और वह व्यक्ति को छू नहीं पाती है. जब बुलेट टूटती है तो उससे निकलने वाली ऊर्जा को बैलिस्टिक प्लेट की दूसरी लेयर्स सोख लेती हैं.


बुलेटप्रूफ जैकेट पहने इंसान को होता है कम नुकसान
आज के समय में जब किसी बुलेटप्रूफ जैकेट पहने व्यक्ति को गोली लग जाए तो उस ऐसा महसूस होता है कि जैसे किसी ने उसे जोर से धक्का दे दिया है. इससे ज्यादा बुलेट उस व्यक्ति के शरीर के किसी अंग को भारी नुकसान पहुंचाने में बेअसर रहती है.