Ajay Devgn Movie: मूवी की कहानी एक ऐसे कैदी 'भोला' अजय देवगन (Ajay Devgn) के बारे में है, जो आजीवन कारावास की सजा काटकर जल्दी से अनाथ आश्रम में रह रही अपनी बेटी से मिलना चाहता है. लेकिन अचानक पुलिस अधीक्षक 'डायना जोसेफ' तब्बू (Tabu) उसे एक ऐसे ऑपरेशन में शामिल कर लेती है, जो उस इलाके के सबसे बड़े गैंगस्टर निठारी (विनीत कुमार) और उसके छोटे भाई आशु (दीपक डोबरियाल) के खिलाफ है. इलाका है यूपी के राय बरेली के आसपास का, ऊंचाहार, लालगंज जैसे इलाके दर्शाए गए हैं. ये अलग बात है कि वाराणसी में अजय देवगन की शादी के एक सीन को ही यूपी में शूट किया गया है. ऐसे में यूपी में इस कदर जंगल राज दिखाना वो भी योगी राज में चौंकाता है. 


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एक रात की कहानी में फूंकी जान!


सारी कहानी एक रात की है, बेहोश पड़े तमाम पुलिसवालों की जान बचाना, इतने बड़े गैंगस्टर को केवल एक हेड कांस्टेबल के सहारे थाने में छोड़ना, सड़क पर हत्यारों का खुला तांडव और अनाथालय में परेशान होती भोला की बेटी, सारी कहानी इसी के इर्द गिर्द घूमती है. कहानी एकदम कसी हुई आगे बढ़ती है, सस्पेंस लगातार बनाए रखा गया है, एक्शन, हिंसा और उस तरह के खतरनाक भाषा वाले डायलॉग्स पर फोकस किया गया है, बावजूद इसके डायरेक्टर बेटी के साथ भोला को जोड़कर इमोशनल सीन्स निकाल ही लेता है. स्पेशल इफेक्ट्स काफी है, पहली बार आप भोले के त्रिशूल का फाइट में कायदे से इस्तेमाल होते देखोगे. लेकिन बाहुबली वाला झरना बेमतलब के मंदिर के पीछे जमता नहीं है.


इसी तरह लॉजिक लगाएं तो ये समझ नहीं आता कि कोई जवान लड़की उस छोटे शहर के थाने में रात भर बैठी है, तीन युवा भी हैं लेकिन न घर वालों को फोन करते हैं ना वकील को और ना ही घर वाले उनमें से किसी की सुध ही लेते हैं. ये भी समझ नहीं आया कि एसपी बनी तब्बू पुलिस मुख्यालय में फोन करके सारी स्थिति क्यों नहीं बता रही थी, यहां तक कि जो पुलिसवाले थाना छोड़ कर भाग गए , उनमें से किसी से पूछा तक नहीं कि क्यों भागे. समझ में ये भी नहीं आया कि खुला हथौड़ा लेकर अंदर घुसा दीपक डोबरियाल किसी एक पर भी हथौड़ा ढंग से क्यों नहीं चला पाया.


खैर महल जैसे थाने को तो जस्टिफाई करने की कोशिश की गई है, लेकिन फिर भी थोड़ा अलग तो लगता है. दरअसल मूवी तमिल मूवी कैथी यानी कैदी का रीमेक है. मूल फिल्म में ये क्लाइमैक्स कमिश्नर के ऑफिस की ऊंची बिल्डिंग में फिल्माया गया था. जबकि भोला मैं इसे सुनसान से शहर लालगंज के एक महल नुमा थाने में फिल्माया गया है. रीमेक की वजह से ही अजय देवगन का एक के बाद एक कई चिकन खाने का सीन इतना लंबा दिखाया गया, अजय ने ऐसा सीन आज तक नहीं दिया. नवरात्रि में लोगों ने प्याज तक नहीं खाई, राम नवमी पर कैसे देखेंगे ये मूवी. ओरिजनल मूवी कैथी में तो राम नाम का गुंडा भी था.


बहरहाल खास बात ये है कि इस मूवी का अगला पार्ट भी है, तेलुगु, तमिल आदि में कमल हसन की विक्रम ही इसका दूसरा पार्ट था, जिसे अजय देवगन किसी दूसरे नाम से लायेंगे. ऐसे में फिल्म के अंत में एक बड़े स्टार उसी तरह विलेन के तौर पर आते हैं, जैसे जग्गा जासूस में नवाजुद्दीन सिद्दीकी आए थे. लेकिन वो फिल्म कभी बन नहीं पाई.लेकिन भोला का दूसरा पार्ट आना तय मानिए, क्योंकि अजय ने एक रात की कहानी इतने रोमांचक तरीके से स्पेशल इफेक्ट्स के साथ, शूट की है कि एक बार तो देखी ही का सकती है.


4 गाने हुए एडजस्ट!


फिल्म में म्यूजिक की जरूरत नहीं थी, फिर भी किसी भी तरह 4 गाने एडजस्ट कर लिए गए हैं. फिल्म में कई कलाकारों ने एक्टिंग काफी अच्छी की है, अजय, तब्बू, संजय मिश्रा और दीपक तो पहले से बेहतरीन कलाकार हैं, लेकिन निठारी के रोल में विनीत कुमार, और थाने में फंसे लड़के चेतन के रोल में चेतन शर्मा ने भी शानदार एक्टिंग की है. हालांकि भोला में नई महाभारत के दुर्योधन यानी अर्पित रांका भी अहम रोल में दिखे हैं. साउथ की एक्ट्रेस अमला पॉल इस मूवी में तो अतिथि भूमिका में हैं, लेकिन शायद अगले पार्ट में पूरे रोल में दिखेंगी.


कुल मिलाकर तमाम सवाल उठने के बावजूद एंटरटेनमेंट की तलाश में एक ओटीटी से दूसरे पर स्विच कर रहे दर्शकों को भोला इस हफ्ते की ट्रीट की तरह है, और ये सिनेमा घरों में दर्शकों को फिर से वापस ला सकती है. अजय देवगन के फैन भी उनको हीरो के साथ साथ डायरेक्टर के रोल में पसंद करेंगे.  


स्टार कास्ट: अजय देवगन, तब्बू, विनीत कुमार, दीपक डोबरियाल, संजय मिश्रा, गजराज राव, अर्पित रांका, चेतन शर्मा आदि
निर्देशक: अजय देवगन
कहां देख सकते हैं: सिनेमा घरों में
स्टार रेटिंग: 3.5


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