Abhishek Bachchan Refugee: किस्मत से ज्यादा और समय से पहले किसी को कभी कुछ नहीं मिलता. एक वक्त था जब काम के लिए अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) ने डायरेक्टर्स के खूब चक्कर काटे लेकिन हर जगह से उन्हें निराशा ही मिली. लेकिन फिर एक वक्त ऐसा भी आया कि तंगहाली में पुरानी शेरवानी पहने अभिषेक को देखते ही 2 दिन के भीतर उन्हें जबरदस्त फिल्म का ऑफर मिल गया. इस किस्से के बारे में हाल ही में अभिषेक ने एक इंटरव्यू में रिवील किया.


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बुरे दिनों को किया याद
अभिषेक ने इंटरव्यू में उन बीते दिनों को याद किया जब अमिताभ बच्चन दिवालिया घोषित हो गए थे. उस वक्त उनके परिवार के लिए बिल्कुल पैसे नहीं बचे थे. अभिषेक अपनी पढ़ाई छोड़कर विदेश से भारत आ गए थे ताकि वो उस बुरे दौर में पिता का साथ दे सके. लिहाजा उस वक्त वो भी काम करना चाहते थे. तभी फिल्मफेयर अवॉर्ड शो होने थे जिसमें अमिताभ ने अभिषेक को भी चलने को कहा था. लेकिन दिक्कत ये थी कि उस वक्त ना तो अभिषेक के पास ज्यादा कपड़े थे और ना ही खरीदने के लिए पैसे. ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या पहने. 



फिल्मफेयर एक बड़ा इवेंट था जहां वो कुछ भी पहनकर नहीं जाना चाहते थे. उस वक्त उनके पास एक पुरानी शेरवानी थी जिसे उन्होंने अपने बहन श्वेता की शादी में पहना था. लिहाजा अभिषेक ने उसी शेरवानी को पहनकर फिल्मफेयर में जाने का फैसला लिया.


जेपी दत्ता की पड़ी नजर और मिल गई फिल्म
अभिषेक ने बताया कि उस साल जे पी दत्ता को बॉर्डर के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला था. जब अवॉर्ड लेकर वो स्टेज से उतर रहे थे तो उनकी नजर शेरवानी पहने हुए लंबे चौड़े अभिषेक पर पड़ी और वो कुछ सेकेंड के लिए वही अटक गए. इसके दो दिन बाद अभिषेक को उनका फोन आया और उन्होंने रिफ्यूजी का ऑफर उन्हें दे दिया. कुछ इस तरह तंगहाली के दिनो में अभिषेक को उनकी पहली फिल्म मिली.