अनु मलिक छोटे पर्दे पर अपने वास्तविक रूप में होते हैं, कहा- मैं `स्क्रिप्टेड` नहीं हूं
रियलिटी शो में वह जैसा भी व्यवहार करते हैं या जो कुछ भी बोलते हैं, वह पहले से लिखी किसी पटकथा का हिस्सा नहीं होता है.
मुंबई: रियलिटी टीवी शो व्यवसाय में एक दशक से ज्यादा समय का अनुभव रखने वाले गायक-संगीतकार अनु मलिक का कहना है कि दर्शक उन्हें पसंद करते हैं क्योंकि वह छोटे पर्दे पर अपने वास्तविक रूप में होते हैं, न कि 'स्क्रिप्टेड' होते है. रियलिटी शो में वह जैसा भी व्यवहार करते हैं या जो कुछ भी बोलते हैं, वह पहले से लिखी किसी पटकथा का हिस्सा नहीं होता है. मलिक कई मनोरंजक शो जैसे 'इंडियन आइडल' और 'एंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा' का हिस्सा रह चुके हैं. वह फिलहाल एंड टीवी के शो 'कॉमेडी दंगल' में दिखाई देंगे.
मलिक ने रियलिटी टीवी के विकास व व्यवसाय के बारे में आईएएनएस को यहां बताया, "अच्छे के लिए चीजें बदलती रहती है. रियलिटी टीवी कुछ ऐसा है..कि लोग 'वास्तविक' शब्द में यकीन रखते हैं. अगर आप 'वास्तविक' शब्द का इस्तेमाल करते हैं और आप कुछ भी 'वास्तविक' नहीं दिखाते हैं तो यह नहीं चलेगा." उन्होंने कहा, "अगर यह 'स्क्रिप्टेड' (पहले से गढ़ा व लिखा ) हुआ तो वे (दर्शक) पसंद नहीं करेंगे. अनु मलिक को इसलिए पसंद किया जाता है क्योंकि उन्हें लगता है कि वह 'स्क्रिप्टेड' नहीं है. "
संगीतकार ने कहा कि उन्हें वास्तविक व स्वभाविक रूप में बने रहना पसंद है. जुलाई में फिल्मकार शूजीत सरकार ने ट्वीट कर अधिकारियों से बाल प्रतिभागियों वाले शो को प्रतिबंधित करने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा था कि इस तरह के शो बच्चों को न केवल भावनात्मक व शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्किउनकी मासूमियत भी छीन रहे हैं.
इस संबंध में पूछे जाने पर मलिक ने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता. बच्चे काफी प्रतिभावान होते हैं..लेकिन मेरा मानना है कि उन पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ना चाहिए." उन्होंने कहा कि अगर बच्चे अपनी प्रतिभा दिखाना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने देना चाहिए. फिल्मों की बात की जाए तो मलिक फिल्मकार जे. पी. दत्ता की फिल्म 'पलटन' में काम कर रहे हैं.