Barish Wala Gana: बारिश का महीना आत ही दिलों में प्यार की बहार सी आ जाती है. मन उमंगों से भर उठता है और हर जगह जा छाती हैं पर इश्क की खुमारी. घर के बाहर बारिश हो रही हो, किचन में गरमा गर्म पकौड़े बन रहे हों और कानों में सुनाई दे रहा हो बारिश का कोई भीगा-भीगा गाना. भला इससे बेहतर और क्या समां होगा. बारिश वाले गाने तो आपने खूब सुने होंगे लेकिन क्या आपको पता है इन गानों को फिल्माने के पीछे की असल कहानी. चलिए बताते हैं ऐसे ही एक गाने ‘रिमझिम गिरे सावन’ की शूटिंग के दिलचस्प किस्से.


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रिमझिम गिरे सावन, सुलग-सुलग जाए मन...
ये गाना 1979 में रिलीज हुई फिल्म मंजिल का है जिसमे अमिताभ बच्चन के साथ मौसमी चैटर्जी नजर आई थीं. आज भी बारिश आ जाए या बरसात का जिक्र भर हो तो यही गाना जुबां पर खुद ब खुद आ जाता है और ये दिलों में ऐसे जज्बात ला देता है कि बस क्या कहे. लेकिन जितना खूबसूरत ये गाना दिखने में है उतना ही मुश्किल था इसे फिल्माना. द कपिल शर्मा शो में पहुंचीं मौसमी चैटर्जी ने खुद इस गाने की शूटिंग के मजेदार किस्से सुनाए थे. 



मुंबई की असली बारिश में फिल्माया गया था गाना
मौसमी चैटर्जी ने बताया था कि ये गाना मुंबई की असली बारिश में फिल्माया गया था वो भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में. लेकिन बारिश में शूटिंग करना काफी मुश्किल था. उन्होंने बताया कि उस वक्त वॉटरप्रूफ मेकअप, आई लाइनर या मस्कारा नहीं होता था. लिहाजा हर शॉट के बाद उनका सारा काजल और मस्कारा बहकर उनके चेहरे पर आ जाता है जिससे सेट का हर शख्स उन्हें देखकर हंसने लगता. इतना ही नहीं जब उनसे पूछा गया कि अमिताभ बच्चन उनसे काफी लंबे थे ऐसे में शूटिंग के दौरान उनकी स्पीड मैच करना उनके लिए कितना मुश्किल था? तो इस पर मौसमी चैटर्जी ने मस्ती भरे अंदाज में कहा कि यूं तो अमिताभ उनकी वजह से छोटे –छोटे कदम लेकर ही चल रहे थे लेकिन अगर किसी शॉट में वो आगे निकल भी जाते तो वो खुद की स्पीड और कम कर लेती थीं जिससे कैमरा अमिताभ को छोड़कर उन पर फोकस हो जाता था.