Bollywood Retro Ashok Kumar: यूं तो इंडस्ट्री ने हिंदी सिनेमा और दर्शकों को कई दिग्गज और शानदार अभिनेता दिए हैं, जिन्होंने टीवी जगत से लेकर हिंदी फिल्मों तक अपना नाम कमाया. ऐसे ही एक अभिनेता अशोक कुमार भी थे, जिन्होंने 6 दशक तक इंडस्ट्री पर राज किया. साल 1911 में बिहार के भागलपुर में जन्में अशोक कुमार ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1936 में की थी. 


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उन्होंने कई शानदार फिल्मों में काम किया, जिनमें 'महल', 'किस्मत', 'हावड़ा ब्रिज', 'समाधि', 'परिणीता', 'चलती का नाम गाड़ी', 'मिस्टर इंडिया' 'जीवन नैया', 'अछूत कन्या', 'चलती का नाम गाड़ी', 'गुमराह चित्रलेखा', 'आशिर्वाद', 'छोटी सी बात', 'मिली' और 'पाकीजा' जैसी फिल्मों के नाम शामिल हैं. उन्होंने फिल्मों के साथ-साथ टीवी इंडस्ट्री में भी अपना योगदान दिया है. इसके अलावा उन्हें दर्जनों पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. साथ ही उनको पद्म भूषण से नवाजा गया था. 



लैब असिस्टेंट थे अशोक कुमार 


हालांकि, उनके फैंस आज भी उनसे जुड़े कई किस्सों के बारे में या उनकी लाइफ के बारे में नहीं जानते. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि फिल्मों में आने से पहले अशोक कुमार एक लैब असिस्टेंट के तौर पर काम किया करते थे, लेकिन उनका मन अभिनय की दुनिया की ओर भागता था और जब 1936 में उन्होंने इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत की थी तब उनके अभिनय से डायरेक्ट्स इतने इंप्रेस हो गए थे कि उनको अपनी फिल्मों में लेने के लिए लाइन में लगे रहते थे. 



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एक अच्छा गायक भी थे अशोक कुमार


बता दें, अशोक कुमार के दोनों छोटे भाई किशोर कुमार और अनूप कुमार भी एक्टर थे, लेकिन खास बात ये है कि ये तीनों भाई अभिनय के साथ-साथ शानदार गायक भी थे. जबकि किशोर कुमार ने तो कई फिल्मों में अपनी आवाज भी दी है. अशोक कुमार  को आखिरी बार साल 1997 में आई फिल्म 'आंखों में तुम हो' में देखा गया था और साल 2001 में उन्होंने 90 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया था. हालांकि, दिग्गज एक्टर आज भी अपने फैंस के दिलों में जिंदा हैं.