`द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी` की स्ट्रीमिंग पर रोक, पहले CBI के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग; बॉम्बे हाई कोर्ट का फैसला
The Indrani Mukerjea Story Netflix: शीना बोरा हत्याकांड पर बनी नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज `द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी` की रिलीज पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. अब ये साफ है कि नेटफ्लिक्स पर ये डॉक्यू सीरीज 23 फरवरी 2024 को रिलीज नहीं हो पाएगी. पढ़िए आखिर कोर्ट ने क्या कहा है.
शीना बोरा हत्याकांड पर बनी नेटफ्लिक्स की डॉक्यू सीरीज 'द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी' पर खतरा मंडरा रहा है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने सीबीआई की याचिका पर बड़ा फैसला सुनाया है. जिसके बाद ये साफ है कि नेटफ्लिक्स 23 फरवरी 2024 को 'द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी' रिलीज नहीं कर पाएगा. कोर्ट ने ये भी आदेश दिया है कि मेकर्स पहले सीबीआई के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग रखे. मालूम हो, सीबीआई ने वेब सीरीज के ऐलान के बाद से विरोध जताया था कि इस डॉक्यू सीरीज से हाई-प्रोफाइल केस की जांच भटक सकती थी.
नेटफ्लिक्स पर 'द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी' वेब सीरीज आने वाली है. दावा किया गया था कि इस मसले पर ये डॉक्यू सीरीज कई बड़े खुलासे कर सकती है. मेकर्स ने इसे 23 फरवरी 2024 के लिए शेड्यूल किया था. मगर अब कोर्ट के फैसले के बाद 29 फरवरी 2024 तक इस पर रोक लग गई है.
सीबीआई का क्या कहना है
The Indrani Mukerjea Story Netflix: सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने डॉक्यू सीरीज पर विरोध जताया था. जांच एजेंसी का कहना है कि ये सीरीज जांच में बाधा डाल सकती है. इसका नतीजा हो सकता है कि लोगों की धारणा भी प्रभावित हो.
कोर्ट ने The Indrani Mukerjea Story पर क्या कहा
अब मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति मंजूषा देशपांडे की खंडपीठ ने आदेश दिया है कि मेकर्स वेब सीरीज को 23 फरवरी को रिलीज नहीं कर पाएंगे. उन्हें पहले सीबीआई अधिकारियों को डॉक्यू सीरीज दिखानी होगी. फिर अगले गुरुवार को सुनवाई होगी. यानी अगली 29 फरवरी 2024 को साफ होगा कि The Indrani Mukerjea Story: The Buried Truth की रिलीज का रास्ता साफ होगा कि नहीं.
क्या था शीना बोरा हत्याकांड?
ये केस है साल 2015 का. जहां INX मीडिया की पूर्व CEO इंद्राणी मुखर्जी मुख्य आरोपी रही हैं. तब मुंबई पुलिस ने बताया था कि शीना को कथित तौर पर किडनैप करने और हत्या की गई थी. बाद में लाश जंगल में फेंक दी थी. इस मामले में 4 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था, इसमें इंद्राणी और उनके पति पीटर मुखर्जी का नाम भी था.