नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म 'कबीर सिंह' के रिलीज हुए लगभग छह महीने हो गए हैं, लेकिन फिल्म में किरदार को अत्यंत खराब तरीके से दिखाए जाने और महिलाओं की छवि को गलत तरीके से पेश करने को लेकर चर्चाएं अब भी जारी हैं.


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फिल्म में किरदारों को इस तरह से पेश किए जाने पर लोगों ने कलाकारों और फिल्मकारों के नैतिक उत्तरदायित्व पर भी सवाल उठाए हैं और इस तरह न दिखाए जाने की बात भी कही है. बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी, जिनकी फिल्मों के विषय और किरदार अक्सर बोल्ड रहे हैं, उनका इस बारे में कहना है कि एक अभिनेता के तौर पर उनके लिए किरदार की मांग मायने रखती है. जब तक उसमें कुछ गलत न दिखाया गया हो, उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.



इमरान ने आईएएनएस से कहा, "मैंने ऐसा कुछ पहले से ही सोचकर नहीं रखा है कि मुझे पर्दे पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं. जब हम पर्दे पर किसी किरदार को निभाते हैं, तो इसका आशय उस चरित्र के सफर से है. किरदार को निभाने के पीछे एक मकसद होता है. अगर किसी महिला के साथ बुरा बर्ताव होते दिखाया जाता है और अपराधी का महिमामंडन करने के बजाय उसे सजा दी जाती है, तो फिर ठीक है. मैं हमेशा उस इरादे को तवज्जो देता हूं, जिसके साथ कहानी बताई जा रही है, क्योंकि मेरा मानना है कि इरादे ही फिल्म को परिभाषित करते हैं."


इमरान फिलहाल अपनी आगामी फिल्म 'द बॉडी' की रिलीज की तैयारी में जुटे हैं, जिसमें उनके साथ ऋषि कपूर हैं. यह फिल्म 13 दिसंबर को रिलीज हो रही है.


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