`लंका दहन` ने बोरियां भरकर की थी कमाई, बैलगाड़ियों पर ढो-ढोकर ले जाया जाता था पैसा
First Ramayana Based Movie: रामायण पर बनी कई फिल्में आपने देखी होगी. लेकिन पहली फिल्म पता है कौन सी थी. जी हां, रामायण पर 110 साल दादा साहेब फाल्के ने फिल्म बनाई थी जिसने छप्परफाड़ कमाई की थी. इतनी कमाई की पैसों की बोरियों को बेलगाड़ी पर ले जाया जाता था.
राम मंदिर उद्घाटन की धूम देशभर में देखी जा सकती हैं. ये पल किसी दिवाली से कम नहीं है. ऐसे में चलिए आपको उस दौर में ले चलते हैं जब पहली बार सिनेमाई दुनिया में ऐसा माहौल था. पहली बार जब पर्दे पर लोगों ने रामायण देखी थी. यहां हम रामानंद सागर की रामायण की बात नहीं कर रहे. बल्कि पहली श्री राम से जुड़ी फिल्म की बात कर रहे हैं जो 110 साल पहले आई थी. जिसकी कमाई इतनी हुई थी कि पैसे बोरी में भरने पड़े थे. तो चलिए 'बॉलीवुड रेट्रो' सीरीज में आपको पहली रामायण पर बनी फिल्म के बारे में बताते हैं.
इस फिल्म का नाम था 'लंका लंकेश'. जो एक साइलेंट फिल्म थी. साल 1917 में ये फिल्म रिलीज हुई थी जिसे सिनेमा के पिता कहे जाने वाले दादा साहेब फाल्के ने डायरेक्ट किया था. उन्होंने पहली बार वाल्मिकी की लिखी रामायण पर फिल्म बनाई थी. 'राजा हरिशचंद्र' के बाद ये उनकी दूसरी फिल्म थी. ये फिल्म लोगों को इतनी पसंद आई थी कि अच्छा रिस्पॉन्स मिला.
राम-सीता का रोल एक ही एक्टर ने प्ले किया
अन्ना सालुंके ने 'लंका दहन' में श्री राम का किरदार निभाया था. उन्होंने ही इस फिल्म में सीता का रोल भी निभाया था. उस जमाने में महिलाओं का फिल्मों में काम करना अच्छा नहीं माना जाता था. ऐसे में अन्ना सालुंके ने ही सीता का रोल भी प्ले किया. इसलिए वो पहले ऐसे एक्टर थे जिन्होंने डबल रोल निभाया था.
'लंका दहन' की कास्ट
अन्ना सालुंके- भगवान राम और सीता
गनपत शिंदे- हनुमान
डीडी डब्के
मंदाकिनी फाल्के
बोरियां भरकर हुई थी कमाई
फिल्म इतिहासकार अमृत गंगर के अनुसार, 'लंका दहन' फिल्म का जबरदस्त कलेक्शन भी हुआ था. लोग भगवान राम की कथा सुनने के लिए दूर दराज से आते थे. सिनेमाघरों के बाहर लंबी लाइन हुआ करती थी. काउंट पर सिक्कों की बोरियां भर जाया करती थी जिन्हें बैलगाड़ियों पर लादकर निर्माता के ऑफिस तक पहुंचाया जाता था.