नई दिल्ली: टीवी इंडस्ट्री की क्वीन कही जाने वाली एकता कपूर (Ekta Kapoor) भले ही बॉलीवुड फिल्मों के बड़े स्टार जितेंद्र की बेटी रही हों, पर उनके लिए अपनी राह बनानी इतनी आसान नहीं थी. एकता कपूर आज (7 जून) अपना 45वां जन्मदिन मना रही हैं. मौजूदा समय में एकता कपूर के सीरियल चलने की गारंटी माने जात हैं. तो कई स्टार एकता के साथ काम करने को बेताब रहते हैं. पर एक जमाना ऐसा था कि जब एकता को अपने सीरियलों को पास करवाने के लिए ठोकरें खानी पड़ती थी. आलम यह था कि चैनल मालिक उनसे मिलने से कतराते थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एकता ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा जीवन अच्छा था, लेकिन मेरे पास कोई वैकल्पिक योजना नहीं थी. मेरे पास कोई और रास्ता नहीं था. कभी-कभी आपकी सबसे बड़ी आफत आपके लिए आशीर्वाद बन जाती है. मैंने टीवी सीरियल बिजनेस शुरू करने का फैसला लिया. एकता की मानें तो, शुरुआत में मेरी कई प्लान को रिजेक्ट कर दिया गया. उन्होंने बताया कि शुरुआत में कोई भी चैनल का मालिक उनसे मिलना ही नहीं चाहता था. कोई कहता था कि हम जितेंद्र की बेटी को कितने मौके देंगे.



26 साल में बनी फिल्म निर्माता
यह बात कम लोगों को पता है कि 26 साल की उम्र में एकता कपूर फिल्म निर्माता भी बन गई थीं. बतौर फिल्म निर्माता उनकी पहली फिल्म 'क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता' थी. इस फिल्म में गोविंदा और सुष्मिता सेन मुख्य भूमिका में थे. इसके बाद एकता ने 'क्या कूल है हम', 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई' और 'द डर्टी पिक्चर' जैसी कई हिट फिल्में बनाईं.



सुशांत और विद्या को दिया मौका
एकता कपूर को कंटेंट क्वीन भी कहा जाता है. उन्होंने अपने पूरे करियर में सवा सौ से ज्यादा सीरियल्स, कई शानदार फिल्मों और वेब सीरीज का निर्माण किया है. इतना ही नहीं कई सितारों को पहचान दिलाने में एकता कपूर का काफी योगदान रहा है. सुशांत सिंह राजपूत और विद्या बालन जैसे सितारे उनके सीरियल और फिल्म का चेहरा रह चुके हैं. इसके अलावा प्राची देसाई, रोनित रॉय और सुरवीन चावला को भी पहचान दिलाने में एकता का ही हाथ है.


इस फैसले ने पलटी जिंदगी
इसी इंटरव्यू का एक हिस्सा था जहां एकता ने बताया कि 19 साल की उम्र में उन्हें लंदन के चैनल टीवी एशिया के लिए एक सॉफ्टवेयर बनाने का मौका मिला. ये ऑफर उन्हें जीतेंद्र ने दिलवाया था. इसी प्रोजेक्ट पर काम करते समय एकता ने नए टीवी शो के लिए कुछ कॉन्सेप्ट सोचे. यहीं से 1994 में शुरुआत हुई बालाजी टेलिफिल्म्स की. वो शुरुआती दौर में ये प्रोजेक्ट नहीं लेना चाहती थीं, लेकिन उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया.


ये भी देखें...



एंटरटेनमेंट की और खबरें पढ़ें