Hema Malini Manoj Kumar: आज के एक्टर भले ही चार-चार साल में फिल्म करते हैं या फिर एक बार में एक ही फिल्म की शूटिंग करते हैं. मगर पुराने जमाने में ऐसा नहीं था. 1970 और 1980 के दौर में एक्टर एक साथ दर्जनों फिल्म साइन करते थे और एक दिन में दो-तीन और कभी चार फिल्मों की शूटिंग के लिए भी भागदौड़ करते थे. लेकिन एक साथ इतने काम मैनेज करना आसान नहीं होता था. 1980 के शुरुआती दिनों में ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी भी दो बड़े फिल्म निर्देशकों के बीच ऐसी ही स्थिति में फंस गई थीं. दोनों फिल्में भी बड़ी थीं और वह नहीं छोड़ सकती थी. एक तरफ निर्देशक-एक्टर मनोज कुमार की क्रांति थी और दूसरी तरफ उन दिनों मुगल-ए-आजम से बड़ी कही जाने वाली निर्देशक कमाल अमहोरी की रजिया सुल्तन थी. दोनों में हेमा मालिनी लीड रोल निभा रही थीं.


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इधर कम और उधर ज्यादा ध्यान
अमरोही और मनोज कुमार दोनों हेमा के साथ अपनी फिल्म के ज्यादा से ज्यादा हिस्से शूट करना चाहते थे क्योंकि दूसरे कलाकारों की डेट्स और सैट लगाने के भी मामले थे. जब हेमा एक की फिल्म शूट कर रही होती, तो दूसरा इंतजार कर रहा होता. शुरुआत में मनोज कुमार को समस्या नहीं होती थी और वह हेमा को जल्दी छोड़ दिया करते थे ताकि वह रजिया सुल्तान की शूटिंग कर सकें. परंतु धीरे-धीरे उन्हें लगा कि हेमा रजिया सुल्तान को ज्यादा तवज्जो दे रही हैं क्योंकि उन्हें महसूस हो रहा है कि दिल्ली के इतिहास में गद्दी पर बैठने वाली अकेली महिला सुल्तान का किरदार उनके लिए लाइफ टाइम रोल जैसा है. साथ ही उनका ध्यान रजिया के सैट पर इसलिए भी होता क्योंकि फिल्म में धर्मेंद्र थे. वहां होने पर वह ज्यादा से ज्यादा समय धर्मेंद्र के साथ बिता सकती थीं. मई 1980 में दोनों ने शादी की थी.


मामला डेट्स का भी था
जब मनोज कुमार को बात समझ आई तो उन्होंने हर दिन अपनी शूटिंग को थोड़ा आगे तक खींचना शुरू कर दिया. शत्रुघ्न सिन्हा के साथ दृश्यों के लिए हेमा को आखिर में देर तक रहना पड़ता. हेमा जब रजिया सुल्तान के सैट पर देर से पहुंचने लगीं तो कमाल अमरोही ने सवाल किए. तब हेमा ने उनसे कहा कि मनोज कुमार जल्दी नहीं छोड़ते. जब कमाल अमरोही ने फोन पर मनोज कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि आधिकारिक रूप से हेमा की डेट्स मेरे पास है. ऐसे में अगर वह चाहें तो हेमा क्रांति के अलावा किसी फिल्म की शूटिंग नहीं कर सकतीं. इस पर कमाल अमरोही बैकफुट पर आए और उन्होंने मनोज कुमार को समझाया. अंततः बात बनी और दोनों फिल्मों की शूटिंग हेमा साथ-साथ करती रहीं. क्रांति 1981 में रिलीज हुई, जबकि रजिया सुल्तान का पोस्ट प्रोडक्शन विदेश में हुआ और फिल्म 1983 में आई. क्रांति जहां बॉक्स ऑफिस पर सफल रही, वहीं रजिया सुल्तान बड़ी फ्लॉप साबित हुई.



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