`आपने ये नया ड्रामा शुरू कर दिया है..` अमिताभ नाम सुन फिर भड़कीं जया बच्चन; सभापति बोले- `नाम बदल लें..`
Jaya Bachchan: कई दिनों से एक्ट्रेस-सांसद जया बच्चन संदन में `जया अमिताभ बच्चन` बुलाए जाने पर आपत्ति जताने को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं. इसी बीच राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने उनको एक सुझाव देते हुए कहा, क्योंकि अमिताभ बच्चन के नाम को लेकर संसद में `नया ड्रामा` हुआ था.
Jaya Bachchan Angry On Jagdeep Dhankhar Suggestion: हिंदी सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन काफी समय से संदन में खुद को 'जया अमिताभ बच्चन' बुलाए जाने पर आपत्ति जताने को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं. जहां एक सेशन के दौरान राज्यसभा सभापति ने उन्होंने 'जया अमिताभ बच्चन' कह कर बुलाया था, जिसको लेकर एक्ट्रेस ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि जया बच्चन काफी है.
इसके बाद जया का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो खुद को 'जया अमिताभ बच्चन' कहती नजर आई थीं और इस मजाकिया अंदाज़ में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ हंस पड़े, लेकिन अब जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें एक्ट्रेस एक बार फिर गुस्से से लाल नजर आ रही हैं. दरअसल, सोमवार को सभापति ने फिर उनका पूरा नाम पुकारा, तो जया बच्चन को ये पसंद नहीं आया और उन्होंने फिर से इसको लेकर आपत्ति जताई.
फिर आया जया बच्चन को गुस्सा
ANI ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें जया बच्चन को संसद में फिर अपने नाम को लेकर गुस्सा करते हुए देखा जा सकता है. 'जया अमिताभ बच्चन' कहे जाने परर जया कहती हैं, 'सर, आपको अमिताभ का मतलब पता है? मुझे अपने पति पर गर्व है और उनके प्रोफेशन से, जिससे वे आते हैं. मुझे अपने नाम पर बहुत गर्व है. मुझे अपने पति के नाम और उनकी उपलब्धियों पर भी गर्व है. अमिताभ का मतलब होता है- आभा, जो मिट नहीं सकती है. ये ड्रामा आप लोगों ने अभी शुरू किया है, पहले ये नहीं था'.
'अपना नाम बदल लीजिए...'
इसके बाद जगदीप धनखड़ इस पूरे मामले को संभालते नजर आते हैं और कहते हैं, 'मेरा मकसद कुछ गलत नहीं था. अमिताभ बच्चन का पूरा देश सम्मान करता है'. साथ ही उन्होंने जया बच्चन को एक सुझाव भी दिया. उन्होंने जया बच्चन से नाम बदलने के लिए कहा और साथ ही इसका प्रोसेस भी बताया. उन्होंने कहा, 'अगर किसी को अपने नाम में कोई भी बदलाव करवाना है, तो उसका भी एक प्रोसेस है. मैंने खुद उस प्रक्रिया के तहत अपना नाम 1989 में बदलवाया था. ये प्रक्रिया सदन के हर सदस्य के लिए उपलब्ध है'.