नई दिल्ली: बॉलीवुड के अभिनेता फिरोज खान का दौर बेहद खास था. फिरोज खान (Feroz Khan) अपनी बेबाकी और दिलकश अंदाज के लिए जाने जाते थे. उनकी स्टाइल, उनका पहनावा और उनके बोलने का अंदाज सब कुछ उन्हें खास अंदाज देता था. इन सब से इतर उनकी खासियत में जो जिस शुमार थी वह यह कि वह मुंह पर कमियां और अच्छाईयां गिना दिया करते थे. यही कारण था कि उन्हें बॉलीवुड में बेबाकी का बादशाह कहा जाता था. इसी बेबाकी के चलते पाकिस्तान ने उन पर बैन लगा दिया था. मामला तब का है जब वह अपनी फिल्म 'ताजमहल' के प्रमोशन के लिए पाकिस्तान गए थे और वहां जा कर पाकिस्तान की कमियां गिना आए थे. आज 27 अप्रैल को उनकी पुण्यतिथि पर आइए जानें उनका ये किस्सा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बात 2006 की है जब फिरोज खान की फिल्म 'ताजमहल' रिलीज हुई थी और वे इसके प्रमोशन के लिए लाहौर गए थे. लाहौर में उन्होंने भारत की तारीफ के जो पुलिंदे बांधे वह पाकिस्तिनयों को रास नहीं आ रहे थे. तभी उन्होंने एक और पासा ऐसा फेंका जिसे सुन कर पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को आग ही लग गई. दरअसल फिरोज खान ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि उनका देश सेक्युलर है और वहां रहने वाले मुस्लमान तेजी से तरक्की कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तान ने इस्लाम का बढ़ावा देने के लिए देश बनाया लेकिन यहा मुस्लमानों के हालात काफी खराब हैं. यहां के मुस्लमान आपस में ही एक दूसरे के दुश्मन हैं. ये बयान जब उन दिनों अखबरों और मैग्जिन में आए तो पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को ये रास नहीं आया और उन्होंने फिरोज खान को पाकिस्तान आने पर बैन लगा दिया. 


25 सितंबर 1939 कर्नाटक के मैसूर में जन्मे फिरोज खान मूल रूप से अफगानिस्तान के रहने वाले थे. उनके पिता अफगान‌िस्‍तान से भारत में आ कर बसे थे. मूल रूप से वह अफगानिस्तान के तनोली, गजनी के रहने वाले थे जबकि फिरोज खान की मां ईरानी थीं. कुर्बानी, रात और दिन, औरत, आग, उपासना, यलगार और वेलकम जैसी कई शानदार फिल्मों में अपने किरदार से लोगों के दिलों पर छाए फिरोज खान की मौत लंग कैसर से हुई थी. 27 अप्रैल 2009 में फिरोज खान का निधन बेंगलुरु में हआ था.


एंटरटेनमेंट की और खबरें पढ़ें