Mohsin Khan Films: पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान, भारत में क्रिकेट के मैदान से ज्यादा इस बात के लिए जाने जाते हैं कि उन्होंने एक समय की प्रसिद्ध हीरोइन रीना रॉय से शादी की. उन्होंने क्रिकेट में जमे होने के बावजूद खेल को छोड़कर बॉलीवुड में एक्टिंग शुरू कर दी थी. उन्होंने बॉलीवुड की लगभग आठ फिल्मों में काम किया और सभी में बड़े स्टार्स के साथ नजर आए. साथी (1991) उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म थी. इस फिल्म में वह आदित्य पंचोली, वर्षा उंसगावकर, परेश रावल तथा अनुपम खेर के साथ नजर आए थे. इस फिल्म को महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था. मुकेश दुग्गल फिल्म के प्रोड्यूसर थे.


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दो नावों की सवारी
साथी, मोहसिन खान ही नहीं बल्कि आदित्य पंचोली के करियर की भी सबसे बड़ी फिल्म थी. लेकिन फिल्म की शूटिंग के दौरान मोहसिन खान ने कुछ ऐसा किया कि वह फिल्म से बाहर होते होते रह गए. यही नहीं फिल्म की रिलीज के बाद भी मोहसिन खान पाकिस्तानी होने के कारण मुश्किल में पड़ गए. हुआ यह कि जिन दिनों मोहसिन खान, साथी की शूटिंग कर रहे थे उन्हीं दिनों संजय दत्त स्टारर महानता की भी शूटिंग चल रही थी. महानता में मोहसिन खान भी थे. प्रोड्यूसर मुकेश दुग्गल इस बात को जानते थे. म्युच्युअल अंडरस्टैंडिंग के चलते मोहसिन खान कभी साथी के लिए टाइम देते कभी महानता के लिए. लेकिन एक बार उन्होंने कुछ ऐसा कर दिया कि मुकेश दुग्गल काफी नाराज हो गए.


झूठ बोले कौवा काटे
एक दिन मोहसिन खान ने मुकेश दुग्गल से कहा कि वह शूटिंग नहीं कर सकते क्योंकि उस दिन उन्हें महानता का कोई सीन शूट करना था. मुकेश दुग्गल ने मोहसिन की बात मानकर उनकी उस दिन की शूटिंग रद्द कर दी. लेकिन बाद में मुकेश को मालूम पड़ा कि मोहसिन झूठ बोल रहे थे. उस दिन उनका महानता का कोई शूट नहीं था. यह जानकर मुकेश काफी नाराज हुए. मोहसिन खान को उनसे बार बार माफी मांगनी पड़ी, तब जाकर मुकेश ने उन्हें माफ किया. वरना वह उन्हें फिल्म से बाहर करने का इरादा बना चुके थे. बताया जाता है कि इस दौरान वह छुट्टी लेकर रीना रॉय से इश्क फरमा रहे थे.


ऐसे निकले मुसीबत से
जिस समय साथी रिलीज हुई थी, उस समय कई लोग पाकिस्तानी कलाकारों का हिंदी फिल्मों में विरोध कर रहे थे. ऐसे में साथी फिल्म को मोहसिन खान के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा. कई थियेटर्स में फिल्म के प्रिंट जला दिए गए. मोहसिन खान को कार से बाहर निकालकर मारा गया. ऐसे में महेश भट्ट को बीच बचाव करना पड़ा. मोहसिन को इस मुसीबत से बाहर निकालने के लिए महेश भट्ट उन्हें बाल ठाकरे के पास ले गए और उन्हें भारत में काम करने की परमिशन दिलवाई.