फिल्म रिव्यू: हर उम्र में जिंदगी को बिंदास जीना सिखाती है `करीब करीब सिंगल`
35 साल की जया (पार्वती) विधवा है और पिछले 10 साल से अकेली ही अपनी लाइफ़ जी रही है. लेकिन उसकी लाइफ में अचानक ट्विस्ट तब आता है जब एक डेटिंग साइट के जरिए उसकी मुलाकात योगी (इरफान खान) से होती है.
नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर इरफान खान की इसी साल 'हिंदी मीडियम' रिलीज हुई थी इस फिल्म में उन्होंने पढ़ाई और स्कूल के नाम पर मची लूट को काफी मनोरंजक तरीके से दिखाया था. इसके बाद अब उनकी एक और फिल्म 'करीब करीब सिंगल' शुक्रवार को रिलीज हो गई है.
इस फिल्म में उनके साथ साउथ की एक्ट्रेस पार्वती ने काम किया है. यह फिल्म पार्वती की बॉलीवुड में डेब्यू फिल्म है. इस फिल्म में भी उनका अभिनय और किरदार काफी जबरदस्त है दर्शकों को काफी पसंद आने वाला है.
फिल्म- करीब करीब सिंगल
कलाकार- इरफान खान, पार्वती, नेहा धूपिया और इशा शरवानी
निर्देशक- तनुजा चंद्रा
अवधि- 2 घंटे 5 मिनट
फिल्म की कहानी: 35 साल की जया (पार्वती) विधवा है और पिछले 10 साल से अकेली ही अपनी लाइफ़ जी रही है. लेकिन उसकी लाइफ में अचानक ट्विस्ट तब आता है जब एक डेटिंग साइट के जरिए उसकी मुलाकात योगी (इरफान खान) से होती है. योगी जी पेशे से कवि हैं उनकी कई किताबें भी छप चुकी हैं. लेकिन वो किस दूकान पर मिलती है वो खुद उन्हें नहीं पता. 40 साल की उम्र में अब योगी जीवन बसाना चाहते हैं. जया और योगी स्वभाव में एक-दूसरे से बिलकुल अलग हैं. जया जहा बिलकुल सिंपल और शांत हैं. वहीं योगी बिंदास,मनमौजी और बड़बोला है. योगी की बेबाकी जया को हर वक्त चौंकाती है. पहले तो वो योगी से पीछा बचाकर भागना चाहती है लेकिन कवि योगी के एक प्रस्ताव को मानकर जया उसके साथ एक ऐसी जर्नी पर निकल पड़ती है जिसके बाद इन दोनों की लाइफ बिलकुल ही बदल जाती है.
एक्टिंग: एक्टिंग की बात करे तो अधेड़ उम्र में घनघोर आशिकी फरमाते इस किरदार में इरफान ने जान फूंक दी है. पर्दे पर उनकी बेबाकी, डायलॉग्स दर्शकों को लोटपोट कर हंसने के लिए मजबूर कर देते हैं. फिल्म में इरफान का हर दूसरा तीसरा डायलॉग्स कमाल है. तो वहीं फिल्म में इरफान के अपोसिट नजर आनेवाली पार्वती ने भी जबरदस्त काम किया है. इरफान जैसे दमदार कलाकार की मौजूदगी के बावजूद पार्वती अपने अभिनय से लोगों के दिल में अपनी जगह बनाती नजर आती हैं. सिच्युएशन के साथ निकलने वाले पार्वती के रिएक्शन कमाल के है. तो वहीं नेहा धूपिया, बिजेंद्र काला सहित बाकी कलाकारों ने भी अपना रोल बखूबी निभाया है.
डायरेक्शन: दुश्मन, संघर्ष, सुर जैसी फ़िल्मे निर्देशित कर चुकी तनुजा चंद्रा ने इस फ़िल्म का निर्देशन किया है. तनुजा की पिछली फिल्मों के मुकाबले इस फिल्म में उनके अभिनय का दम ज्यादा दिखाई देता है.
म्यूजिक: इस फिल्म का संगीत दिया है अनु मलिक, रोचक कोहली और विशाल मिश्रा ने. फिल्म की कहानी के साथ चलने वाला इसका मजेदार हैं.
क्यों देखें फिल्म: इरफान खान और पार्वती के अभिनय से सजी 'करीब करीब सिंगल' एक शानदार फिल्म है. हर उम्र में जिंदगी को बिंदास और प्यार के साथ जीने का पाठ पढ़ाती इस फिल्म का हर सीन मजेदार है. कहानी के साथ इस फिल्म के डायलॉग्स भी काफी लाजवाब हैं. हालांकि फर्स्ट हाफ के मुकाबले सेकंड हाफ थोड़ा स्लो है. बावजूद इसके ये एक फॅमिली फिल्म है जिसे पूरे परिवार के साथ बैठकर देखा जाना चाहिए.
(हर्षवर्धन पाठक)