हिंदी सिनेमा की पहली महिला संगीत कंपोजर थीं Sanjay Dutt की नानी, कोठे पर हुआ था जन्म, विरासत में मिला था संगीत!
Jaddanbai Hussain: जद्दनबाई इलाहबाद के एक कोठे पर तवायफ दिलीपा बाई के घर जन्मीं. वो पली बढ़ी भी वहीं पर जहां दिन रात राग, ठुमरी और संगीत का माहौल था लिहाजा बचपन से ही उनका नाता संगीत से जुड़ गया
Bollywood First Female Music Composer: हिंदी सिनेमा की खूबसूरत एक्ट्रेस की बात हो नाम याद आता है नरगिस (Nargis) का जिनके दीवाने कई अभिनेता थे और इनमें राज कपूर भी शामिल थे लेकिन नरगिस ने सुनील दत्त (Sunil Dutt) को चुना. पर आज बात ना तो सुनील दत्त की होगी और ना ही नरगिस की बल्कि एक ऐसी शख्सियत के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिनका रिश्ता नरगिस से रहा. वो थीं उनकी मां जद्दनबाई (Jaddanbai) जिन्हें हिंदी सिनेमा की पहली महिला कंपोजर कहें तो कुछ गलत ना होगा.
कोठे पर हुआ था जद्दनबाई का जन्म
ये बात हैरत भरी है कि अभिनेत्री नरगिस की मां का जन्म कोठे पर हुआ था दरअसल, जद्दनबाई इलाहबाद के एक कोठे पर तवायफ दिलीपा बाई के घर जन्मीं. वो पली बढ़ी भी वहीं पर जहां दिन रात राग, ठुमरी और संगीत का माहौल था लिहाजा बचपन से ही उनका नाता संगीत से जुड़ गया वो बाकी चीजों की बजाय संगीत से जुड़ती चली गईं और उन्हें इसी में रूचि आने लगी. बड़ी हुईं तो वो खुद भी जाने लगीं. कहा जाता है कि उस वक्त उनकी आवाज के चर्चे दूर-दूर तक होते थे और इसी वजह से दो ब्राह्मण युवा तक उनके लिए शादी का प्रस्ताव लेकर आए थे.
सिंगर बनने का लिया था फैसला
वहीं जब वो बड़ी हुईं और सब समझने लगीं तब उन्होंने सिंगर बनने का फैसला लिया. उन्होंने उस दुनिया को छोड़ दिया जहां उनका जन्म हुआ था और वो कोलकाता और फिर मुंबई जा बसीं. उस वक्त महिलाओं को हिंदी सिनेमा में आना इतना आसान नहीं था. लेकिन वो कुछ करना चाहती थीं लिहाजा उन्होंने संगीत में ट्रेनिंग ली. वो गाती चली गईं और मशहूर होती गईं. वो रेडियों में गजलें गाने लगीं. शासक उन्हें बुलाने लगे और उनके गाने की गूंज दूर दूर तक बढ़ी. 1935 में जद्दनबाई ने प्रोडक्शन हाउस खोल दिया. इसी प्रोडक्शन के तले फिल्म तलाश ए हक का निर्माण जिसकी वो एक्ट्रेस भी रहीं और उसका म्यूजिक भी खुद ही दिया और इस तरह वो सिनेमा की पहली महिला संगीतकार बन गईं. हालांकि 1949 में जद्दनबाई का निधन हो गया.
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