Shahid Kapoor Film: 2003 में फिल्म इश्क विश्क से शुरुआत करने वाले एक्टर शाहिद कपूर खुद को नेपो-किड नहीं मानते. हाल में उन्होंने यह बात कही और इसके पीछे तर्क भी दिए हैं. आम तौर पर उन एक्टरों-डायरेक्टरों को नेपो-किड कहा जाता है, जिनके माता-पिता फिल्म इंडस्ट्री में पहले से जमे हुए नाम हैं. जिनके होने की वजह से इन नए चेहरों को आसानी से काम मिल जाता है. शाहिद के पिता पंकज कपूर (Pankaj Kapoor) और मां नीलिमा अजीम (Neelima Azeem) भी एक्टर थे. लेकिन शाहिद कहते हैं कि वह नेपो-किड नहीं हैं. आम धारणा यही है कि शाहिद कपूर को फिल्मों में जो सफलता मिली है, वह उनके पिता की वजह से. लेकिन सच यह है कि सिल्वर स्क्रीन पर आने से पहले, शाहिद ने श्यामक डावर (Shiamak Davar) से डांस सीखा और कई स्टेज परफॉरमेंस किए. फिल्मों में एक्ट्राज की तरह डांस किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सेल्फ-मेड इंसान
शाहिद को पहली पहचान म्यूजिक वीडियो (Music Video) आंखों में तेरा ही चेहरा से मिली थी. हाल में एक इंटरव्यू में शाहिद ने इस बात के लिए निराशा व्यक्त की कि कई लोग उन्हें नेपो-किड मानते हैं. शाहिद कहते हैं कि वास्तव में मैं सेल्फ-मेड (Self Made) इंसान हूं. शाहिद ने कहा कि वह माता-पिता के तलाक के बाद अपने पिता के साथ नहीं रहते थे. उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में मुझे काम मिले, इसके लिए मेरे पिता ने कभी किसी को फोन नहीं किया. साथ ही शाहिद ने कहा कि मुझे कभी यह ख्याल तक नहीं आया कि फिल्मों में काम ढूंढने के लिए मैं अपने पिता की मदद लूं.


मां है ताकत
शाहिद ने कहा कि यह बात कभी उन्हें बहुत परेशान करती थी कि लोग उन्हें नेपोटिज्म के प्रोडक्ट के रूप में देखते हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि मां हमेशा मेरे साथ खड़ी रहीं और मेरे जीवन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि मां न सिर्फ मेरी ताकत बनीं मेरे (सौतेले) भाई ईशान खट्टर (Ishan Khattar) के लिए भी वह हमेशा मजबूती से खड़ी रहीं. कुछ समय पहले वेब सीरीज फर्जी से ओटीटी डेब्यू करने वाले शाहिद की अगली फिल्म भी डायरेक्ट ओटीटी पर रिलीज हो रही है. फिल्म है, ब्लडी डैडी (Bloody Daddy). फिल्म नौ जून को जियो सिनेमा पर रिलीज होगी. अली अब्बास जफर (Ali Abbas Zafar) ने यह फिल्म डायरेक्ट की है.