मुंबई: पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन को यौन शोषण के खिलाफ #MeToo के तहत अपने कटु अनुभवों के बारे में बोलने वाली महिलाओं पर गर्व है. उनका कहना है कि अब वक्त आ गया है सुनने का, विश्वास करने का, न्याय होने देने का. सुष्मिता ने यहां रविवार को बॉम्बे टाइम्स फैशन वीक के मौके पर मीडिया से यह बात कही. उन्होंने कहा कि वह मी टू अभियान के तहत हो रहे इन खुलासों से हतप्रभ नहीं हैं क्योंकि लोग काफी लंबे समय से इनसे वाकिफ हैं.


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सुष्मिता ने कहा, "यह हर दफा हैरान कर देने वाला होने जा रहा है लेकिन हम अनजान लोग भी नहीं हैं. ऐसा नहीं है कि हम भारत या विश्व में हो रही ऐसी चीजों के बारे में नहीं जानते. मुझे लगता है कि जो चीज ज्यादा हैरान कर देने वाली है, वह है कि हमने काफी समय से इन चीजों के बारे में सुना नहीं और इसके बारे में हमने कुछ भी किया नहीं. यह केवल शुरुआत है और आपको सुनना होगा, उस पर विश्वास करना होगा और न्याय की जीत होगी."


भारत में तेजी से बढ़ रहे अभियान और क्या यह सही समय पर हो रहा है, इस पर सुष्मिता ने कहा, "सही समय तब होता है जब महिला पैदा होती है. यह आज या कल के बारे में नहीं है. लेकिन, अगर हमने देर की है तो भी मैं सभी पर गर्व करूंगी."


उन्होंने कहा, "और, यह लैंगिक भेदभाव अकेले महिलाओं के लिए नहीं है. मुझे लगता है कि हमारा समाज और हमारे लोग सभी को खुद को व्यक्त करने के लिए खड़ा हुए हैं और एक आवाज बने हैं, यह बहुत शक्तिशाली चीज है. यह मुझे अपनी जिंदगी में देखने को मिला और इससे एक महिला और देश के एक नागरिक के रूप में मुझे गर्व है."


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