Bollywood Actress: चॉल में बीते आखिरी दिन, दो वक्त की रोटी-दवाई मुश्किल से जुगाड़ी, झेला ऐसा बुरा हाल!
Tun Tun Struggle: फेमस कॉमेडियन एक्ट्रेस टुन टुन ने अपने करियर की शुरुआत एक सिंगर के तौर पर की थी. फिर बाद में उन्होंने अपनी राह एक्टिंग की तरफ मोड़ ली थी. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) और गुरुदत्त (Guru Dutt) के साथ कई फिल्में करने वालीं टुन टुन आखिरी के दिनों में बहुत ही बुरे हाल में रही थीं.
Tun Tun Movies: बॉलीवुड की फेमस कॉमेडियन टुन टुन (Tun Tun) ने पहले अपने करियर की शुरुआत बतौर सिंगर की थी, लेकिन बाद में उन्होंने एक्टिंग की लाइन में कदम रख लिया था. एक जमाने में अपनी कॉमेडी रोल्स के लिए हिंदी सिनेमा जगत की जान बन जाने वालीं टुन टुन ने अपने आखिरी समय में बहुत ही मुश्किल दौर देखा. कहा जाता है कि टुन टुन आखिरी के दिनों में चॉल में रही थीं और बहुत ही मुश्किल से उनकी दो वक्त की रोटी और दवाई का जुगाड़ हो पाता था. अब टुन टुन (Tun Tun Last Film) के उस मुश्किल दौर के बारे में एक्टर, प्रोड्यूसर शशि रंजन ने हालिया इंटरव्यू में खुलासा किया है.
दुनियाभर की पॉपुलैरिटी के बाद झेला बुरा हाल!
एक्टर और प्रोड्यूसर शशि रंजन (Shashi Ranjan) ने हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया को एक इंटरव्यू दिया है, जहां शशि रंजन ने टुन टुन के फेम से लेकर चॉल तक के दिनों को याद किया है. शशि रंजन ने बताया- वह बहुत बीमार थीं, उन्हें याद है कि किस तरह के हालातों में वह रही थी. वह स्थिति इतनी बुरी थी कि वह अपने लिए खाना भी नहीं ले सकती थीं. शशि रंजन ने साथ ही बताया, वह उनके साथ इंटरव्यू अरेंज करने के लिए गए थे, जिससे उन्हें (टुन टुन को) 25 हजार रुपए मिले थे. इस दौरान टुन टुन ने बताया था कि वह बहुत ही मुश्किल से अपनी दवाईयों के लिए पैसे का इंतजाम करती हैं.
इंडस्ट्री ने छोड़ दिया था टुन टुन को पीछे!
शशि रंजन ने अपने इंटरव्यू में बताया कि टुन टुन (Tun Tun Struggle) ने उस वक्त उनसे कहा था कि जिस इंडस्ट्री को उन्होंने इतना कुछ दिया, उसने उन्हें कैसे पीछे छोड़ दिया. और फिर वह अपनी गरीबी और दुनिया कैसे उनके साथ व्यवहार कर रही हैं, उसपर हंसी थीं...! टुनटुन ने 1998 के एक इंटरव्यू में कहा था- मैं 75 साल की हूं. मैं एक जवान महिला हूं, लेकिन मैं गाना गा सकती हूं. मन्ना डे भी गाना गा सकते हैं लेकिन हमारा टाइम अब पूरा हो गया है. नए आर्टिस्टट आ रहे हैं. अगर आप फिल्मों और टीवी के कॉमेडियन्स को देखे तो यह उनके चमकने का समय है. हमारा भी था, और वह बेहतरीन था. समय किसी का इंतजार नहीं करता है. आज आप स्टार हैं कल कोई और होगा. बता दें, टुनटुन का साल 2003 में निधन हो गया था.