नई दिल्ली: पोलैंड में एक्शन हीरो और भारत के 'जेम्स बॉन्ड' के नाम से जाने वाले अभिनेता ध्रुव वर्मा (Dhruv Verma) अपने अगले प्रोजेक्ट 'द गुड महाराजा (The Good Maharaja)' के लिए तैयार हो गए हैं. यह फिल्म विश्व युद्ध 2 पर आधारित है. हाल ही में ध्रुव वर्मा (Dhruv Verma) ने भारत की पहली इंडो पोलिश फिल्म 'नो मीन्स नो' की शूटिंग खत्म की है. यह फिल्म 22 मार्च, 2021 को दुनिया भर में रिलीज होगी.  


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ध्रुव ने महान मेगास्टार स्टीवन सहगल के मार्गदर्शन और आशीर्वाद के तहत हॉलीवुड में एक वर्ष तक कठिन प्रशिक्षण भी लिया है. कथित तौर पर, इंडो-पोलिश मेगा बजट की फिल्म के लिए 'नो मीन्स नो' जो नेल बाइटिंग एक्शन दृश्यों को पैक है, उन्होंने पोलैंड में महीनों तक क्रव मागा (इज़राइली फाइटिंग स्टाइल सेना के लिए विकसित) और जीरकी सरीओ डिफेंडो (यूरोपीय पुलिस के लिए विकसित की जाने वाली फाइटिंग स्टाइल) में महारत भी हासिल किया है.  


उनके गुरु मिस्टर बार्टेक डोबरोव्स्की के अलावा, उन्होंने पहले से ही एक्शन स्टार संजय दत्त से फाइट और शूटिंग तकनीकों में प्रशिक्षण प्राप्त किया है. उन्होंने पोलैंड के Bielsko Biała में Strzelnica गन क्लब से अन्य Maestros से 17 अलग-अलग हैंडगन, राइफल और शॉटगन की तकनीक में भी महारत हासिल किया है.


इस सब की वजह है कि एक जुनून ध्रुव का पीछा कर रहा था, जिसके लिए उन्होंने पहले से ही भारत में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया. ध्रुव को उनके हालिया फोटोशूट में, घुड़सवारी की कलाएं भी दिखाईं हैं. यह शूट पोलैंड में किया गया है. पता चला है कि ध्रुव बिएल्स्को बियाला में 'आकडेमिअ जज़्दी कोन्नेज सोलका' में पोलिश घुड़सवार यूनियन के तहत प्रशिक्षण ले रहे थे.


इसके पहले वह प्रसिद्ध पोलो खिलाड़ी सुरेश तापड़िया से भी घुड़सवारी की ट्रेनिंग ले चुके हैं. अपनी अगली फिल्म 'द गुड महाराजा' के लिए ध्रुव घुड़सवारी के साथ शूटिंग भी सीख रहे हैं, यह एक 'विश्व युद्ध 2' महाकाव्य है, भारत और पोलैंड के बीच लंबे संबंधों के बारे में एक और सच्ची कहानी है जो जल्द ही थिएटर्स में होगी.


यह पूछे जाने पर कि अभिनय का उनका प्यार कहां से आता है, ध्रुव ने बताया कि उनके इस जुनून ने उनके स्कूल के दौरान कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल में जन्म लिया था, जहां वह सैवेज हाउस (ग्रीन हाउस) के हाउस कैप्टन थे. अपने स्कूली जीवन के दौरान ध्रुव सामाजिक कार्य और सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे एलोक्यूशन, वाद-विवाद और नाटक दोनों में हिंदी और अंग्रेजी में सक्रिय रूप से शामिल थे, उन्होंने कैथेड्रल में अपने कार्यकाल के दौरान कई पुरस्कार भी जीते.


उनका यह जुनून एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स में पढ़ते हुए और बेहतर तरीके से विकसित हुआ. जहां से उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट और मार्केटिंग में विशेषज्ञता हासिल की. कॉलेज के दौरान ध्रुव ने स्टेज कॉलेज नाटकों, नुक्कड़ नाटकों और अपने कॉलेज की सांस्कृतिक परिषद के लिए विभिन्न प्रसिद्ध इंटरकॉलेज फेस्ट जैसे मल्हार द्वारा जेवियर्स कॉलेज और WITSES के साथ बिट्स पिलानी,  गोवा में भाग लिया. कुछ मायनों में शायद ध्रुव को इस रास्ते पर उनका शौक और किस्मत दोनों लेकर आए हैं, क्योंकि उनके जन्म के समय उनके पिता के गुरु और पारिवारिक मित्र, हॉलीवुड मेगा स्टार स्टीवन सीगल खुद उन्हें आशीर्वाद देने के लिए लॉस एंजेलिस से आये थे.