The Alliance Review: सुपर कमांडो ध्रुव और डोगा की फिल्मी दुनिया में पहली दस्तक, जानें कहां देख सकते हैं वेब सीरीज ‘द एलायंस’
The Alliance Review: शुभम मट्टा, क्षितिज शर्मा, कुशाग्र नौटियाल, चेरी सिन, वाशु जैन जैसे स्टार्स से सजी वेबसीरीज ‘द एलायंस: प्रोजेक्ट मेराफोरफोसिस चैप्टर 1’ ने दस्तक दे दी है. पढ़िए वेब सीरीज का रिव्यू.
स्टार कास्ट: शुभम मट्टा, क्षितिज शर्मा, कुशाग्र नौटियाल, चेरी सिन, वाशु जैन आदि
डायरेक्टर: विक्की कौल
कहां देख सकते हैं: यूट्यूब पर
स्टार रेटिंग: 3.5
दशकों से जिसका इंतजार था, वो इंतजार अब जाकर परदे पर साकार हो पाया है. दशकों से बच्चों और युवाओं की कई पीढ़ियां सुपर कमांडो ध्रुव, नागराज या डोगा को पढ़ते बढ़ी हुई हैं. सबको लगता था कि राज कॉमिक्स के ये भारतीय सुपरहीरोज जल्द किसी एनीमेशन या मूवी में जरूर नजर आएंगे. अनुराग कश्यप से लेकर सिद्धार्थ बासु तक ने दिलचस्पी दिखाई, लेकिन जब बात नहीं बनी तो राज कॉमिक्स के सर्वेसर्वा संजय गुप्ता ने खुद के ही बैनर तले राज कॉमिक्स के फैंस का ये सपना पूरा कर दिया है, वेबसीरीज ‘द एलायंस: प्रोजेक्ट मेराफोरफोसिस चैप्टर 1’ के साथ.
सो अभी तक केवल चैप्टर वन रिलीज किया गया है, जाहिर ये लम्बी सीरीज होगी, जिसे डायरेक्ट किया है विक्की कौल ने. फिल्म के टाइटल से ही साफ पता चल रहा है कि इसमें किसी एक सुपर हीरो पर दाव नहीं लगाया गया है बल्कि एवेंजर्स की तरह राज कॉमिक्स के सभी बड़े सुपरहीरोज मिलकर किसी ऑपरेशन में जुटेंगे और चैप्टर वन में ये दिखा भी है कैसे सुपर कमांडो ध्रुव के साथ डोगा, तिरंगा और एंथनी भी नजर आए हैं. हालांकि संजय गुप्ता और कार्यकारी निर्माता वासु गुप्ता ने अपने तुरुप के इक्के यानी ‘नागराज’ को इस चैप्टर वन में लांच नहीं किया है, हो सकता है कि इसी सीरीज के किसी चैप्टर में वह भी नजर आए.
The Alliance की कहानी
कहानी है एक ऐसे बिजनेसमेन की जो किसी लैब से एक ऐसा फॉर्मूला चुरा लेता है, जो मेटामोरफोसिस यानी कायापलट से जुड़ा होता है. यानी किसी भी व्यक्ति का ऐसा क्लोन तैयार कर देना, जो आपको हुक्म का गुलाम हो और जिस पर किसी भी दर्द का असर ना होता हो. वो बिजनेस मेन ऐसे हुक्म के गुलामों की फौज खड़ी करना चाहता है, वो 25 से 30 साल के युवाओं को देश भर के कई शहरों से उठाना शुरु करवा देता है. इतने लोग गायब होने पर सुपर कमांडो ध्रुव को आईजी साहब डोगा से मदद लेने को कहते हैं और ध्रुव मुंबई आकर डोगा के साथ मिशन में जुट जाता है. इसी मिशन में अपराधी के अड्डे पर तिरंगा भी कैद मिलता है और क्लाइमेक्स में एंथनी भी आ मिलता है.
अभी लगभग आधे घंटे का एक चैप्टर रिलीज किया गया है, लेकिन उसी एक ने बता दिया है कि इरादे क्या हैं और कल को ये सीरीज कितनी बेहतरीन हो सकती है. सबसे दिलचस्प था स्क्रीन प्ले, जिसमें एक सेकंड भी फालतू खर्च नहीं किया गया है. कहानी इतनी कट टू कट है कि बच्चों को बोर होने का मौका ही नहीं देती, हर सीन कहानी को गति देता है और किरदारों का मूड और मिजाज भी साथ ही साथ स्थापित होता चला जाता है. डोगा की गम्भीरता और ध्रुव की चुहलबाजी की आदत को छोटे लेकिन सटीक डायलॉग्स के जरिए एक्शन मूवी में एक्शन के दौरान ही आसानी से समझा जा सकता है.
वेबसीरीज ‘द एलायंस: प्रोजेक्ट मेराफोरफोसिस चैप्टर 1’ का रिव्यू
हर किरदार को उनके कॉमिक्स वाले लुक में ही ढालने की कोशिश की गई है और इसी वजह से किरदारों को दर्शकों के मन में बैठाने में ज्यादा समय खर्च नही करना पड़ा, हां हर एक की अपना बैकग्राउंड टोन जरूर उनके आने की खबर देती है. सिनेमेटोग्राफी और एडीटिंग इस लिहाज से अच्छी है कि एक समय में कई एंगल से शूट की जरूरत एक खुफिया ऑपरेशन में पड़ती है और उस शूट को अच्छे से ऐडिट करना भी एक आर्ट है, जो इस मूवी में आपको देखने को मिलेगी, हालांकि ध्रुव, डोगा या तिरंगा के चलने के वक्त थोड़ी सुस्ती दिखाई दी, जो सलमान की फिल्म ‘वांटेड’ की तरह की एडीटिंग से कमाल लग सकती थी.
कल को डोगा के मास्क में और भी सुधार हो सकता है, जो स्पाइडर मैन जैसा बनाया जा सकता है. ध्रुव का किरदार बच्चों को बेहद पसंद आएगा, जो कई तरह के हथियार और साइबर की दुनियां के कई फॉर्मूले लेकर चलता है. गन्स को जाम करने वाली ‘की’ और हैंड स्कैन को वेधने की ट्रिक जैसे कई कमाल ध्रुव इस मूवी में भी करता है, लेकिन मिसिंग थी तो ध्रुव की बाइक, डोगा का कुत्तों से सूचनाएं लेना और मूवी में किसी भी लड़की (ध्रुव की बहन या दोस्त) का ना होना आदि. हालांकि ये पहला चैप्टर है, आगे के चैप्टर्स में ये सब नजर आ सकता है.
लेकिन स्क्रीन प्ले बच्चों और किशोरों को ध्यान में रखकर लिखा गया है, कुछ चुटीले डायलॉग्स भी, साइंटिफिक फॉर्मूले, ट्रिक्स, साइंटिस्ट्स की लैब, फाइटिंग के अच्छे सींस, दुनियां पर राज करने की साजिश और डोगा व ध्रुव का उसे अपने साहस और चतुराई से नाकाम करना. ऐसे में उनको तो पसंद आनी तय मानिए.
हालांकि ये भी माना जा रहा है कि इस पहले चैप्टर के जरिए संजय गुप्ता ने डायरेक्टर विक्की कौल के साथ मिलकर फिल्मी दुनियां को बस ये बताने की कोशिश की है कि उनके सुपर हीरोज में कितना दम है और उनको कितने ऊपर ले जाया सकता है. सो कल को ये भी हो सकता है कि चैप्टर वन इन लोगों ने बनाया है, बाकी के चैप्टर्स कोई बड़ा प्रोडक्शन हाउस बनाए.
कहां देख सकते हैं फिल्म
बच्चों को सबसे ज्यादा सुपर कमांडो ध्रुव का किरदार पसंद आया, वो अलर्ट है, इंटेलीजेंट है, चुलबुला है, देशभक्त है और जांबाज भी, चुलबुलेपन को छोड़कर बाकी खूबियां रात के राजा डोगा यानी सूरज में भी हैं, लेकिन डोगा का चेहरा चैप्टर वन में सामने नहीं आ पाया. बाद में पता चला कि इसी का फायदा ये हुआ कि तीन अलग अलग लोगों ने डोगा के किरदार की शूटिंग की. सो उम्मीद है कि अगले चैप्टर्स में ना सिर्फ डोगा का चेहरा नजर आएगा बल्कि नागराज की भी सरप्राइज एंट्री हो सकती है. वेबसीरीज ‘द अलायंस’ के पहले चैप्टर को 31 मई की रात से यूट्यूब चैनल राज कॉमिक्स बाई संजय गुप्ता (https://www.youtube.com/@RajComicsOfficial ) पर देखा जा सकता है