Mona Singh: मोना सिंह इंडस्ट्री की सबसे प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों में से एक हैं. वह अपने लोकप्रिय टेलीविजन शो 'जस्सी जैसी कोई नहीं' (Jassi Jaisi Koi Nahin) की सफलता के बाद घर-घर में पॉपुलर हो गई थीं. हाल ही में मोना सिंह ने अपने टेलीविजन शो 'जस्सी जैसी कोई नहीं' के दौरान उन्हें मिलने वाली सैलरी के बारे में खुलासा किया है. इसके साथ ही मोना सिंह ने यह भी बताया कि पहली बार शो के लए अपनी सैलरी जानने के बाद उनका रिएक्शन कैसा रहा था.


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मोना सिंह (Mona Singh) ने एंटरटेंमेंट लाइव के साथ इंटरव्यू के दौरान कहा, ''मेरे लिए यह शॉकिंग था, क्योंकि उन्होंने मुझे प्रतिदिन के आधार पर काम पर नहीं रखा था. वे मुझे पैकेज के आधार पर रख रहे थे. उन्होंने मुझे प्रति माह 1.5 लाख रुपये की पेशकश की. और अपनी मंथली सैलरी जानने के बाद मैं ऐसी थी- क्या!''


''जस्सी जैसी कोई नहीं' के लिए मुझे प्रतिमाह 1.5 लाख रुपए मिले थे'
उन्होंने आगे कहा, ''मैं एसटीडी बूथ पर गई, क्योंकि मेरे फोन की बैटरी खत्म हो गई थी. मैंने अपने माता-पिता को फोन किया और मैं बुरी तरह रो रही थी. मैंने कहा, 'मम्मा, सोचो क्या? मेरे को 1.5 लाख रुपए मिल रहे हैं। मेरी मां ऐसी थी- 'क्या!' मैंने उनसे कहा, 'तुम जाओ और जहां चाहो खरीददारी करो, जो चाहो खरीद लो. वह इस पर विश्वास नहीं कर सकती थी. वह ऐसी थी- 'छोटू, इतना कमाएगी.''



'शो रिलीज के बाद चैनल हेड ने मेरे 2 लाख और बढ़ा दिए'
मोना सिंह ने आगे बताया, ''शो रिलीज होने के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था, और फिर मुझे फोन आया कि चैनल हेड सुनील लुल्ला आपसे अपने ऑफिस में मिलना चाहते हैं. मुझे लगा कि वे मुझे नौकरी से निकाल रहे हैं.  कभी-कभी आपको अपनी कीमत का एहसास नहीं होता और मुझे भी नहीं पता था कि मैं कितना बड़ा स्टार बन गई हूं. मैं उनसे मिलने गई और उन्होंने मुझसे कहा- 'हमें लगता है कि हम आपको पर्याप्त भुगतान नहीं कर रहे हैं. हम तुम्हारे 2 लाख और बढ़ा रहे हैं. मैं फिर ऐसी थी- 'क्या!!!' . इसके बाद मुझे प्रति माह 3.5 लाख रुपये मिल रहे थे. 'जस्सी जैसी कोई नहीं' खत्म होने के बाद उन्होंने मुझे एक्सक्लूसिविटी के लिए साइन किया.''



'मुझे लगा कि मैं स्पाइडरमैन हूं. घर में कुछ और बाहर कुछ और'
उन्होंने आगे कहा, ''मुझे लगा कि मैं स्पाइडरमैन हूं. घर में कुछ और बाहर कुछ और. लोग मुझे सड़कों पर नहीं पहचानते थे, लेकिन मेरी आवाज एक गिफ्ट थी. जब भी मैंने सार्वजनिक रूप से अपना मुंह खोला, चाहे वह एयरपोर्ट पर हो या किसी दुकान पर, लोग मुझे संदेह की नजर से देखते थे. वह एक अद्भुत एहसास था. यहां तक ​​कि जब मैं मुस्कुराती था, तो लोग कहते थे, 'क्या वह जस्सी है?' चैनल मेरा ख्याल रखता था, क्योंकि यह एक खास शो था और मीडिया ने चैनल को चुनौती दी थी कि वे यह पता लगाने जा रहे हैं कि जस्सी कौन है.''