रेडियो के ग्रैंड ओल्ड मैन: महात्मा गांधी ने कहा तो मां-बेटा निकालते थे 3 भाषाओं में मैगजीन, सबसे ज्यादा हुई आवाज की नकल; अमीन सायानी की कहानी
अपनी शानदार आवाज के जादू से सुनने वालों के बीच अलग छाप छोड़ने वाले मशहूर रेडियो प्रेजेंटर अमीन सायानी ने 91 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. भारतीय रेडियो के ग्रैंड ओल्ड मैन कहे जाने वाले अमीन सायानी ने मुंबई के एचएन रिलायंस अस्पताल में आखिरी सांस ली.
जी हां बहनो और भाइयो... मैं हूं आपका दोस्त अमीन सायानी... रेडियो पर अपनी शानदार और मखमली आवाज के लिए मशहूर और सुनने वालों के लिए बेहद पसंदीदा प्रजेंटर रहे अमीन सायानी ने मुंबई के एचएन रिलायंस अस्पताल में आखिरी सांस ली. 91 साल के अमीन सायानी को दिल का दौरा पड़ने के बाद मंगलवार (20 फरवरी) की रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अमीन सायानी के बेटे राजिल सयानी ने हार्ट फेल होने की वजह से उनके निधन की पुष्टि की.
शानदार अंदाज और मखमली आवाज से 42 साल तक रेडियो पर किया राज
भारत के एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को सुहानी भटनागर और ऋतुराज सिंह की अचानक मौत के बाद आवाज के जादूगर अमीन सायानी के दुनिया को अलविदा कहने से गहरा झटका लगा है. अपने शानदार अंदाज और मखमली आवाज से लोगों को रेडियो का दीवाना बनाने वाले अमीन सायानी ने 42 साल तक फैंस के दिल पर राज किया है. आइए, अमीन सायानी से जुड़े कुछ दिलचस्प कहानियों के बारे में जानते हैं.
महात्मा गांधी के निर्देशों पर पत्रिका निकालने में मां कुलसूम सायानी का दिया साथ
अमीन सायानी का परिवार देश की आजादी की लड़ाई से भी जुड़ा हुआ था. उनकी मां कुलसुम सायानी समाजसेवी और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी थीं. वह महात्मा गांधी के नेतृत्व में काम करती थीं. बाद में उन्होंने दुनिया भर में शिक्षा से जुड़े अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया था. कुलसुम सयानी ने पेरिस में 1953 में हुए यूनेस्को सम्मेलन में भी भाग लिया था. अपनी मां के साथ मिलकर अमीन सायानी 15 दिनों में छपने वाली एक पत्रिका छापा करते थे.
साल 1940 से 1960 तकरहबर नाम की इस पत्रिका को एक साथ तीन भाषाओं हिंदी, उर्दू और गुजराती में प्रकाशित किया जाता था. बताया जाता है कि रहबर पत्रिका निकालने के लिए महात्मा गांधी ने निर्देश दिए थे. इसका ही असर था कि अमीन सायानी हमेशा बहनो और भाइयो कहा करते थे. इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा था कि वह हमेशा लेडीज फर्स्ट की बात करते हैं, क्योंकि उनकी बहुत इज्जत करते हैं.
70 के दशक में गीत-संगीत के साथ सायानी की आवाज के लिए सड़कों पर सन्नाटा
अमीन सायानी आवाज को बखूबी इस्तेमाल करने के माहिर थे. सायानी ऐसी हस्ती थे जो खास अंदाज में अपनी आवाज के साथ बहुत सारी जानकारियों को पिरोकर पेश करते थे. उनकी आवाज के जादू के बारे में कहा जाता है कि 1970 के दशक में रेडियो पर उनका गीतमाला कार्यक्रम सुनने के लिए सड़कों पर सन्नाटा छा जाता था और उनकी आवाज गूंजती थी. उस जमाने के लोगों का यह भी कहना है कि रेडियो पर लोग गीत-संगीत तो सुनते ही थे, अमीन सायानी की आवाज सुनने के लिए भी खींचे चले आते थे.
10 साल तक अंग्रेजी के बाद हिंदी का रुख, लिम्का बुक ऑप वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज
अमीन सायानी का जन्म 21 दिसंबर, 1932 को मुंबई में हुआ था. उनके भाई हामिद सायानी उनको लेकर ऑल इंडिया रेडियो आए थे. वहां, उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इंग्लिश ब्रॉडकास्टर के रूप में की. दस साल तक अंग्रेजी कार्यक्रम करने के बाद उन्होंने हिंदी की ओर रुख किया. देश की आजादी के बाद उन्होंने यह कदम बढ़ाया था.
कहा जाता है कि देश में ऑल इंडिया रेडियो को लोकप्रियता दिलाने में उनकी अहम भूमिका रही है. उन्होंने रेडियो पर लगभग 54,000 प्रोग्राम प्रोड्यूस और कम्पेयर किए थे. वहीं, 19000 से ज्यादा स्पॉट या जिंगल में भी उनका वॉयस ओवर इस्तेमाल किया गया था. इसको लेकर उनका नाम लिम्का बुक ऑप वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है.
फिल्म स्टार्स भी खूब करते थे अमीन सायानी की आवाज और स्टाइल की नकल
रेडियो सिलोन पर आने वाले बिनाका गीतमाला कार्यक्रम से उन्हें काफी लोकप्रियता मिली थी. साल 1952 में रेडियो सिलोन पर शुरू बिनाका गीतमाला प्रोग्राम बाद में विविध भारती पर शुरू हुआ. बिनाका गीतमाला का नाम बाद में सिबाका गीतमाला और कोलगेट सिबाका गीतमाला हो गया. 42 साल तक चले इस प्रोग्राम में बहनो और भाइयो... कहने का उनका अंदाज काफी मशहूर था.
रिपोर्ट के मुताबिक उनकी आवाज की नकल सबसे ज्यादा बार की गई है. सायानी इतने लोकप्रिय रेडियो जॉकी थे कि उनकी आवाज और स्टाइल की नकल फिल्म स्टार्स भी खूब करते थे. इसलिए भारत के पॉपुलर रेडियो एनाउंसर अमीन सायानी भूत बंगला, तीन देवियां, बॉक्सर और कत्ल जैसी फिल्में में भी दिख चुके हैं. रेडियो पर सिनेमा स्टार्स पर आधारित उनका शो 'एस कुमार्स का फ़िल्मी मुकदमा' भी काफ़ी लोकप्रिय साबित हुआ था.
किशोर कुमार और अमिताभ बच्चन के साथ अमीन सायानी की मशहूर कहानी
बॉलीवुड के हरफनमौला किशोर कुमार ने 18 साल इंतजार के बाद अमीन सायानी को इंटरव्यू दिया था. इस ऐतिहासिक रेडियो प्रोग्राम में किशोर कुमार ने साथ चार अलग-अलग उम्र के किरदारों की आवाज में बातचीत की थी. बच्चा, युवक, पिता, हाईकोर्ट का जज.. इन चार किरदारों का आवाज निकालते हुए किशोर कुमार ने कहा था कि वह अपने तीन साथियों से मिलवा रहे हैं. हालांकि, इस इंटरव्यू के लिए भीअमीन सायानी और किशोर कुमार में मजाक का लंबा दौर चला था. वहीं, अमिताभ बच्चन के बिना अप्वाइंटमेंट पहुंचने पर अमीन सायानी के मिलने से मना करने की कहानी तो काफी चर्चित है.