Jharkhand Political Crisis: झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) गठबंधन इंतजार कर रहा है कि राजभवन से कब चंपई सोरेन (Champai Soren) को सरकार बनाने का न्योता मिलेगा. जेएमएम विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद चंपई सोरेन की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किए हुए काफी समय बीच चुका है. उन्होंने  उन्होंने 43 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राजभवन को सौंपी थी. 


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राजभवन से सरकार गठन के लिए न्योते में देरी को लेकर विपक्षी दलों में गुस्सा


चंपई सोरेन ने बुधवार शाम को ही जेएमएम और गठबंधन के विधायक दल के नेता के रूप में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इसके बाद वह दो बार मिलकर शपथ ग्रहण के लिए समय भी मांग चुके हैं. इसके बावजूद राजभवन से सरकार गठन के लिए न्योता देने में देरी को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र में सत्तारुढ़ भाजपा पर हमला बोल दिया है. आइएन जानते हैं कि किस नेता ने झारखंड में जारी सियासी संकट पर क्या कहा है.


मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- भारतीय लोकतंत्र के ताबूत में एक-एक कर कीलें ठोकी जा रही


कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के संयोजक मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि झारखंड में 81 विधायकों के सदन में 41 ही बहुमत होता है. 48 विधायकों का समर्थन होने के बावजूद चंपई सोरेन जी को सरकार बनाने का न्योता ना देना साफ तौर पर संविधान की अवमानना एवं जनमत को नकारना है. महामाहिमों द्वारा भारतीय लोकतंत्र के ताबूत में एक-एक करके कीलें ठोकी जा रही है.


वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश ने झारखंड के सियासी मामले पर कहा कि यह राजनैतिक अन्याय का एक और उदाहरण है‌, जिसके लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की जोड़ी को विशेषज्ञ माना जाता है. अंग्रेज़ी में जिसे ‘Horse-Trading’ कहा जाता है, ऐसा करके उन्हें उसके लिए ही वक्त दिया जा रहा है. यह केवल अन्याय ही नहीं लोकतंत्र की हत्या है.  वहीं, कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह "चुनावी मौसम है तो ईडी को किसी कारण की आवश्यकता नहीं है." 


प्रियंका गांधी वाड्रा का आरोप- भाजपा हर राज्य में धनादेश के दम पर जनादेश को कुचल रही


कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बिहार में गठबंधन सरकार के इस्तीफे के तुरंत बाद राज्यपाल ने नई सरकार बनाने का न्यौता भेज दिया था. लेकिन झारखंड में दावा पेश करने के एक दिन बाद भी सरकार बनाने का न्यौता नहीं भेजा गया.पहले ईडी लगाकर चुनी हुई सरकार को गिराया गया. मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया. अब खबरें हैं कि नई सरकार का गठन रोककर विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है. पहले बिहार, फिर चंडीगढ़ और अब झारखंड - भाजपा हर राज्य में धनादेश के दम पर जनादेश को कुचल रही है.


राजद और आम आदमी पार्टी का भाजपा पर हमला, लोकसभा चुनाव से पहले की साजिश बताया


बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘बिहार, चंडीगढ़ और अब झारखंड. बीजेपी ने एक ही हफ्ते में लोकतंत्र और संघवाद को तार-तार कर दिया है. चुनावी हार के डर से जांच एजेंसियों की निष्पक्षता खत्म कर,एजेंसियों को बीजेपी का प्रकोष्ठ बनाकर, केंद्र सरकार क्या-क्या कर रही है अब यह बात किसी से छुपी नहीं है. अहंकार से चूर बीजेपी की हेकड़ी अब जनता तोड़ेगी. आरजेडी हेमंत सोरेन के साथ खड़ी है.’


इंडिया गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को भाजपा की आदिवासी विरोधी मानसिकता करार दिया. आप नेता आतिशी और सौरभ ने आरोप लगाया है कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष पर हमले की कोशिश है. जो रुके नहीं, झुके नहीं, दबे नहीं, डरे नहीं - वो नेता बारी-बारी से जेल भेजे जाएंगे.


TMC और NCP ने केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया


वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद सौगत रॉय ने कहा, ''यह विपक्ष को दबाने की सरकार की कोशिशों का हिस्सा है. ईडी और सीबीआई विपक्ष को दबाने के लिए सरकार के मुख्य हथियार हैं." राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सांसद फौजिया खान ने सवाल किया कि ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां केवल विपक्षी नेताओं पर ही छापेमारी क्यों करती हैं." उन्होंने कहा, "इतने दिनों में यह बहुत स्पष्ट हो गया है, सभी ईडी छापे, आयकर छापे विपक्ष के सदस्यों पर हैं. भाजपा वॉशिंग मशीन की तरह है, अगर आप वहां जाते हैं तो आप साफ हो जाते हैं और अगर आप विपक्ष की तरफ जाते हैं तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाता है.''


झारखंड में हॉर्स ट्रेडिंग से बचने के लिए विधायकों को हैदराबाद लेकर जाएगा जेएमएम गठबंधन


झारखंड में सियासी उलटफेर और खरीद फरोख्त से बचने के लिए जेएमएम गठबंधन ने अपने सभी विधायकों को कांग्रेस शासित राज्य तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद भेजने की रणनीति बनाई है. रिपोर्ट के मुताबिक रांची में दो प्लेन वहां मौजूद 35 विधायकों को लेकर रवाना होने के लिए स्टैंड बाय पर तैयार है. क्योंकि जेएमएम गठबंधन को शक है कि राजभवन से चंपई सोरेन का सरकार बनाने का न्योता दिए जाने से देरी से झारखंड में सियासी खेल हो सकता है. इस बीच भाजपा ने शुक्रवार को अपने और सहयोगी विधायकों की बैठक बुलाई है. 


हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और सीएम पद से इस्तीफे के बाद झारखंड में सियासी घमासान


हेमंत सोरेन ने बुधवार शाम को ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. क्योंकि जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था. इस बीच आशंका जताई जा रही है कि शिबू सोरेन की पार्टी के नाराज नेताओं की आड़ में भाजपा कुछ खेल कर सकती है. 


भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में चंपई सोरेन के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन और उनकी बड़ी बहू सीता सोरेन भी चंपई सोरेन को सीएम बनाने के लिए राजी नहीं हैं. इसके अलावा गवर्नर को सौंपे गए विधायकों के समर्थन पत्र पर 42 से कम विधायकों के दस्तखत हैं.