Explainer: मछलियां हैं या सेक्स मशीन! दिन में 19-19 बार संभोग कर सकती हैं, रिसर्च में खुलासा
वैज्ञानिकों ने मेडाका (Oryzias latipes), जिसे जापानी राइसफिश भी कहा जाता है, के बारे में पता लगाया है कि इसके नर दिन में 19-19 बार तक संभोग कर सकते हैं.
Science News in Hindi: पुरुष को एक बार सेक्स के बाद दूसरी बार के लिए तैयार होने में समय लगता है. इसे 'रीफ्रैक्टरी पीरियड' कहते हैं. इसकी तुलना में, महिलाएं लगातार और कहीं अधिक लंबे समय तक ऑर्गेज्म महसूस कर पाती हैं. हर जानवर के लिए स्पर्म कोशिकाओं को रिलीज करना, ऊर्जा और समय की मांग करता है. प्रजनन की यह प्रक्रिया उनके जीवन में भोजन और पानी जितनी ही अहम है. जीवों में स्पर्म प्रोडक्शन की लिमिट क्या है? यह जानने के लिए जापानी वैज्ञानिकों ने अपने यहां पाई जाने वाली मेडाका मछली (Oryzias latipes) पर रिसर्च की. पता चला कि यह छोटी मछली एक दिन में औसतन 19 बार सेक्स कर सकती है. यह रिसर्च Royal Society Open Science जर्नल में 8 जनवरी को छपी है.
मछलियां कैसे प्रजनन करती हैं?
अधिकतर मछलियां प्रजनन के लिए बाहरी निषेचन (external fertilization) का इस्तेमाल करती हैं. यानी, मादा मछलियां शरीर से बाहर अंडे छोड़ती हैं, जो अक्सर पानी के तल पर या पत्थरों और तलछट से बने घोंसले में जमा होते हैं. नर मछलियां अंडों के ऊपर तैरकर दिन में कई बार शुक्राणु छोड़ते हैं. इससे ज्यादा अंडों के निषेचित होने और संतानों की संख्या बढ़ने की संभावना रहती है. कुछ मादा मछलियां निषेचित अंडों को पौधों पर जमा कर देती हैं.
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मेडाका मछली: सेक्स मशीन!
मेडाका मछली को जापानी राइसफिश भी कहा जाता है. यह लगभग 1.4 इंच लंबी होती है. मेडाका, जापान में धान के खेतों, तालाबों, दलदलों, शांत नदियों और ज्वार वाले जलाशयों में पाई जाती है. यह बेहद खूबसूरत और मशहूर मछली है जो दुनियाभर के एक्वेरियम की शोभा बढ़ाती है.
स्टडी के को-ऑथर और ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी में इवोल्यूशनरी इकोलॉजिस्ट, युकी कोंडो ने एक बयान में कहा, 'मेडाका उन मछलियों में से हैं जो अंडे देती हैं, जहां पानी में अंडे और शुक्राणु छोड़े जाने के बाद निषेचन होता है. चूंकि इन युग्मकों को इकट्ठा करना मुश्किल है, इसलिए शुक्राणुओं की संख्या और लगातार संभोग के दौरान निषेचन दर एक रहस्य बनी हुई थी.
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स्टडी के दौरान, वैज्ञानिकों ने एक नए तरीके से मेडाका के शुक्राणुओं की संख्या मापी. प्रयोग से एक दिन पहले, अलग-अलग प्रजनन टैंकों से चुने गए नर और मादा मछलियों को अलग-अलग कांच के टैंकों में रखा गया. अगले दिन, एक नर और मादा मछली को एक साथ रखा गया और उनके व्यवहार को 20 मिनट तक ऑब्जर्व किया गया. फिर नर को नई मादा के साथ अलग टैंक में रखा गया.
यह प्रक्रिया तब तक दोहराई गई जब तक नर ने लगातार तीन मादाओं के साथ संभोग करने में असफलता दिखाई. मादाओं के पेट से अंडे निकालकर पेट्री डिश में रखा गया ताकि निषेचन की दर का पता लगाया जा सके.
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क्या पता चला?
स्टडी में पाया गया कि नर मेडाका मछली औसतन एक दिन में 19 बार संभोग कर सकती है. शुरुआती तीन बार के संभोग में, नर अपनी दैनिक शुक्राणु उत्पादन का 50 प्रतिशत से अधिक रिलीज करते हैं. शुरुआती सेक्स क्रियाओं में, निषेचन दर लगभग 100 प्रतिशत थी, लेकिन 10वें राउंड के बाद यह दर काफी कम हो गई. कुछ अंतिम मामलों में निषेचन की पुष्टि ही नहीं हुई.
मादा मेडाका मछलियां प्रतिदिन अंडे पैदा कर सकती हैं, लेकिन संभोग के दौरान अपने सभी अंडे छोड़ देती हैं. जब मादा ऐसे नर से मिलती है जिसने अधिकतर शुक्राणु पहले ही खर्च कर दिए हों, तो कई अंडे बर्बाद हो जाते हैं. स्टडी के अनुसार, नर मछलियों के लिए प्रजनन में पर्याप्त ऊर्जा और संसाधनों की खपत होती है. सीमित शुक्राणु उपलब्धता के कारण नर और मादा के बीच यौन संघर्ष की संभावना रहती है.