Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में सोनभद्र की एक एमपी-एमएलए अदालत ने शुक्रवार को दुद्धी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक रामदुलार गोंड को एक नाबालिग लड़की से नौ साल पहले बलात्कार करने के अपराध में 25 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है. इसके साथ ही उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जाना तय है. अदालत ने 12 दिसंबर को विधायक को दोषी करार दिया था और सजा सुनाने के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय की थी. रामदुलार गोंड उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के दुद्धी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं. अब सवाल यह है कि इस मामले का क्या असर हो सकता है, रामदुलार गोंड का किन-किन विधानसभा क्षेत्रों में था असर, आइए इसके बारे में भी समझते हैं और यह भी समझेंगे कि क्या इससे बीजेपी की क्लीन इमेज को धक्का भी लगा है. 


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घटना के समय विधायक नहीं थे रामदुलार गोंड
असल में रामदुलार गोंड उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के दुद्धी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं. उन्हें रेप के मामले में 25 साल के कठोर कारावास के साथ-साथ 10 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. बताया जा रहा है कि यह सजा यूपी के इतिहास में किसी विधायक को मिली अब तक की सबसे बड़ी सजा है. इस घटना का यूपी या आसपास की सीटों में महिला वोटरों पर कितना असर पड़ेगा, बीजेपी इस पक्ष को भी देख रही होगी. घटना चार नवंबर 2014 की है, घटना के समय वे विधायक नहीं थे लेकिन उनकी पत्नी ग्राम प्रधान थीं. पीड़ित लड़की के भाई की तहरीर पर म्योरपुर थाने में रामदुलार गोंड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. मामले की सुनवाई पॉक्सो अदालत में चल रही थी. गोंड के विधायक निर्वाचित होने के बाद मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में स्थानांतरित कर दी गई थी, अब इसी मामले पर फैसला आया है.


बात दुद्धी विधानसभा क्षेत्र की
दुद्धी विधानसभा उत्तर प्रदेश की अंतिम विधानसभा सीट है. यह जिले की सबसे पुरानी सीट भी रही है. इससे पहले हुए 17 चुनावों में सिर्फ एक बार यह सीट जनसंघ के पाले में रही. अन्य सभी चुनाव कांग्रेस, सपा और बसपा ने ही जीते हैं. यह पहली बार था जब बीजेपी इस सीट पर जीत पाई है, जो कि पिछले विधानसभा चुनाव में हुआ था. यानि अब दो साल बाद फिर से यहां उपचुनाव होंगे. कुल मिलाकर यह सीट बीजेपी के लिए हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण रही है. 2017 में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हुई सीट बीजेपी के सहयोगी अपना दल-एस के हिस्से में थी. बीजेपी ने 2022 में रामदुलार गोंड को उतारा और उन्होंने अपने राजनीतिक गुरु और पूर्व मंत्री सपा प्रत्याशी विजय सिंह गोंड को हराया था. 


किन-किन क्षेत्रों पर असर
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी कि वोट के मामले में बीजेपी को रामदुलार गोंड के जाने से नुकसान हो जाएगा. लेकिन हां एक बात जरूर है कि महिलाओं को सम्मान देने का वादा करने वाली पार्टी को लंबे समय तक जिले में सफाई देनी पड़ती रहेगी. जिले में ही नहीं आसपास के इलाकों में भी विपक्षी पार्टियां रामदुलार गोंड का नाम लेकर तंज कसती रहेंगे. उधर यह बात भी सही है कि दुद्धी विधानसभा क्षेत्र पर पहली बार बीजेपी ने अपना खाता खोला था और उसमें रामदुलार गोंड की भूमिका निर्णायक थी. 


उपचुनाव के अलावा अब क्या है हलचल? 
यह तय है कि रामदुलार गोंड की सदस्यता जाएगी और सीट पर उपचुनाव होने की संभावना है. ऐसे में देखना होगा कि बीजेपी की रणनीति यहां क्या होगी. बीजेपी हमेशा से ही महिलाओं को अपने ध्यान में रखकर वोट बैंक तैयार करती है. यहां तक कि हाल में हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी यही देखा गया. मामले में बीजेपी के स्थानीय प्रवक्ता का कहना है कि इसको इस नजरिए से देखा जाना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में कानून अपना काम कर रहा है. यहां जाति, धर्म, पार्टी देख काम नहीं होता है. 


सोनभद्र की सभी सीटों पर है बीजेपी का कब्जा
घोरावल:
बीजेपी के डॉ. अनिल कुमार मौर्य ने 101120 मत प्राप्त कर जीत हासिल की थी. समाजवादी पार्टी के रमेश चंद्र दुबे 46814 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे.
रॉबर्ट्सगंज सदर: इस विधानसभा सीट से बीजेपी के भूपेश चौबे को 84354 मत, जबकि दूसरे नंबर पर रहे समाजवादी पार्टी के अविनाश कुशवाहा को 78449 मत मिले थे. 
ओबरा: अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित ओबरा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी संजीव गौड़ 26717 मतों से चुनाव जीते थे. दूसरे पर सपा प्रत्याशी अरविंद उर्फ सुनील गोंड को 51526 मत प्राप्त हुए थे.
दुद्धी: अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट दुद्धी में पहली बार बीजेपी को जीत मिली थी. राम दुलार गोंड़ को 84295 मत प्राप्त हुए थे, जबकि दूसरे नंबर पर सपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड़ को 77572 मत हासिल हुए थे.


47 महिला विधायक सदन में
अब बीजेपी कुछ भी कहे लेकिन स्थानीय स्तर पर इस सजा की चर्चा जरूर है. वहीं अगर उत्तर प्रदेश विधानसभा की बात करें तो इस समय यूपी के इतिहास में सबसे ज्यादा 47 महिला विधायक सदन में पहुंची हैं. इनमें बीजेपी की सबसे ज्यादा 29 महिला विधायक हैं, वहीं समाजवादी पार्टी की 14, अपना दल की तीन और कांग्रेस की एक विधायक शामिल हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में रामदुलार गोंड मामले के बाद हलचल जरूर मची हुई है. उधर रामदुलार गोंड के वकील का कहना है कि वे फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे. 


मामले में अखिलेश ने घेरा
इस मामले में अखिलेश यादव ने भी बीजेपी को घेरा है. उन्होंने लिखा कि बलात्कार के मामले में बीजेपी विधायक को 25 साल की सजा व 10 लाख रुपए का जुर्माना हुआ है, फिर भी अब तक विधानसभा की सदस्यता रद्द नहीं हुई है. कहीं उन्हें भाजपाई विधायक होने की वजह से विशेष आदर और अभयदान तो नहीं दिया जा रहा है. जनता पूछ रही है कि बुलडोज़र की कार्रवाई आज होगी या कल होगी?