What Are Anti-Personnel Landmines: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के खिलाफ युद्ध के लिए यूक्रेन को एंटी-पर्सनल लैंडमाइंस भेजने की हरी झंडी दे दी है. बीते मंगलवार (19 नवंबर) को रूस-यूक्रेन युद्ध का 1,000वें दिन अमेरिका का यह निर्णय वाशिंगटन द्वारा व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व वाले रूस के खिलाफ अपनी लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के दो दिन बाद आया है, लेकिन क्या इससे कीव को संघर्ष में बढ़त मिलेगी?


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रूस-यूक्रेन युद्ध  के कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे


रूस-यूक्रेन का युद्ध जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, इस संघर्ष के कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. वास्तव में, इसके ठीक विपरीत हो रहा है, क्योंकि रविवार को संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूसी क्षेत्र में लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. अमेरिका के एक अधिकारी के अनुसार, जो बाइडेन प्रशासन ने पहली बार यूक्रेन में एंटी-पर्सनल माइंस भेजने को मंजूरी दी, जो एक प्रमुख नीतिगत बदलाव को दर्शाता है.


सीएनएन के रिपोर्ट में कहा गया है कि वाशिंगटन अब कीव को देश के पूर्वी हिस्से में एंटी-पर्सनल माइंस का उपयोग करने का इरादा रखता है, जहां रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी रक्षात्मक रेखाओं के खिलाफ धीमी और स्थिर प्रगति की है. आइए, जानते हैं कि एंटी-पर्सनल माइंस वास्तव में क्या हैं और रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में उनकी तैनाती का क्या मतलब है?


अमेरिकी एंटी-पर्सनल लैंडमाइंस क्या हैं?


एंटी-पर्सनल लैंडमाइन को किसी व्यक्ति के नज़दीक आने पर विस्फोट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति ने कहा है कि एंटी-पर्सनल माइंस मौत, चोट और पीड़ा की एक लंबी विरासत छोड़ती हैं. जो बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी के अनुसार, वाशिंगटन यूक्रेन को जिस प्रकार की लैंडमाइन की आपूर्ति करेगा, वह "गैर-स्थायी" प्रकार की है, जिसका अर्थ है कि ये माइंस स्वयं नष्ट हो जाती है या बैटरी चार्ज खो देती है, जिससे वे कुछ दिनों या हफ्तों में निष्क्रिय हो जाती हैं, जिससे नागरिकों के लिए खतरा कम हो जाता है.


अधिकारी ने यह भी कहा कि वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के नेतृत्व वाला देश यूक्रेन उन्हें रूस में तैनात नहीं करेगा और न ही वे उन्हें घनी आबादी वाले इलाकों में तैनात करेंगे. दिलचस्प बात यह है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका ने यूक्रेन को  एक अलग तरह की एंटी-पर्सनल माइन क्लेमोर्स भी मुहैया कराई है. क्लेमोर्स को ज़मीन के ऊपर सेट किया जाता है और ऑपरेटर द्वारा ट्रिगर किया जाता है.


अमेरिका ने अब यूक्रेन को लैंडमाइन के लिए मंजूरी क्यों दी है?


एंटी-पर्सनल लैंडमाइन की सप्लाई को अधिकृत करने का निर्णय महत्वपूर्ण है. यह जो बाइडेन द्वारा यूएस आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) के उपयोग को मंजूरी दिए जाने के ठीक दो दिन बाद आया है. यह बिडेन के व्हाइट हाउस से जाने से पहले भी आया है, जहां डोनाल्ड ट्रम्प ने कीव को अब तक दी जा रही सैन्य सहायता के बारे में अपनी नाराज़गी व्यक्त की है.


इसके अलावा, रूस फ्रंटलाइन पर अपने हमलों को बढ़ा रहा है. ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि रूस की सेना द्वारा कुर्स्क में तैनात किए गए लगभग 10,000 उत्तर कोरियाई सैनिक पहले ही वहां लड़ाई में भाग ले चुके हैं. अमेरिका को उम्मीद है कि एंटी-पर्सनल लैंडमाइन रूसी जमीनी सैनिकों की बढ़त को कम कर देंगे. बीबीसी की एक रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि युद्ध शुरू होने के बाद से, यूक्रेनी क्षेत्र का 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सा खदानों से दूषित होने का अनुमान है.


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रूस के खिलाफ अमेरिका का यह निर्णय महत्वपूर्ण क्यों है?


युद्ध में इस्तेमाल के लिए यूक्रेन को एंटी-पर्सनल लैंडमाइन भेजने की जो बाइडेन की मंज़ूरी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अमेरिकी नीति में बदलाव को दर्शाता है. जून 2022 में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ओबामा-युग की नीति को पुनर्जीवित किया, जिसने कोरियाई प्रायद्वीप के बाहर अमेरिकी एंटीपर्सनेल लैंड माइंस के हस्तांतरण और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था.


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व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एड्रिएन वॉटसन ने क्या कहा था? 


व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एड्रिएन वॉटसन ने उस समय एक बयान में कहा, "राष्ट्रपति जो बाइडेन दुनिया भर में एंटीपर्सनेल लैंड माइंस के हानिकारक परिणामों को कम करने में दुनिया के नेता के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका की भूमिका को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं." वॉटसन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में एंटीपर्सनेल लैंड माइंस के "विनाशकारी प्रभाव" का हवाला दिया. हालांकि, अब उन्होंने अपने फैसले को पलट दिया है, जिसके कारण उन्हें मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से फटकार भी मिली है, जो दलीली देते हैं कि एंटीपर्सनेल लैंड माइंस नागरिकों को अंधाधुंध मारती हैं.


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