Nitish Kumar Vs Jitan Ram Manjhi: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बीते कुछ दिनों से लगातार विवादों में हैं. 7 नवंबर को उन्होंने महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया था. फिर 8 नवंबर को माफी मांगते हुए उन्होंने खुद की ही निंदा कर दी. इसके ठीक एक दिन बाद यानी कल 9 नवंबर को नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) को लेकर एक विवादित बयान दे दिया. इस बयान के बाद से बिहार में सियासी घमासान जारी है. इस बीच, सवाल उठने लगा है कि नीतीश कुमार कभी किसी पर तो कभी किसी तंज तो कस रहे हैं लेकिन वो खुद की 2014 वाली कहानी क्यों छिपा रहे हैं?


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मांझी के अपमान पर घमासान


बता दें कि आज जीतनराम मांझी समेत बीजेपी और विपक्षी विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन किया. तो वहीं दूसरी ओर विधानसभा के अंदर भी जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान आरजेडी विधायक मुकेश रौशन और धरना दे रहे BJP विधायक के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.


'मेरी गलती से सीएम बने मांझी'


जान लें कि नीतीश कुमार ने 9 नवंबर को विधानसभा में कहा था कि उनकी गलती की वजह से मांझी बिहार के सीएम बने थे. जिसके जवाब में जीतन राम मांझी ने कहा कि ये उनका नहीं दलितों का अपमान है. नीतीश के संस्कार दिख रहे हैं. ये संवैधानिक पद का अपमान है.


नीतीश कुमार क्यों छिपा रहे 2014 वाली कहानी?


गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मूर्खता वाले बयान पर बिहार में सियासी जंग और तेज हो गई है. इस बीच, जीतन राम मांझी को रगड़ने वाले नीतीश कुमार की 2014 की उस कहानी के बारे में जानते हैं. जिसकी वजह से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था.


जब नीतीश कुमार को देना पड़ गया था इस्तीफा


आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. चुनाव से पहले ही नीतीश कुमार ने चुनौती देते हुए कहा था कि अगर बीजेपी जीती और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. लेकिन 2014 के चुनाव में जेडीयू ने बहुत बुरा प्रदर्शन किया था और महज 2 सीटें ही जीत पाई थी. वहीं, बीजेपी को मिली बंपर जीत के बाद मोदी प्रधानमंत्री बन गए. इसके बाद नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया था और जीतन राम मांझी को सीएम बना दिया था.


मांझी का नीतीश को लेकर बड़ा दावा


फिर जीतन राम मांझी करीब 9 महीने तक बिहार के सीएम बने. लेकिन कुर्सी से 9 महीने तक दूर रहने के बाद नीतीश कुमार फिर सीएम बन गए. नीतीश कुमार ने मांझी को हटा दिया था. नीतीश कुमार ने 9 नवंबर को दिए बयान ने ये भी कहा कि इसको कोई सेंस नहीं है. मेरी मूर्खता की वजह से ये सीएम बन गए थे. वहीं, इसके जवाब में अब मांझी ने दावा किया है कि नीतीश को साजिशन नशीला पदार्थ खिलाया जा रहा है. तभी वह ऐसे ऊल-जलूल बयान दे रहे हैं.


मांझी को सीएम पद से नीतीश ने क्यों हटाया?


नीतीश कुमार की भड़ास का पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी जवाब दिया. मांझी ने कहा कि नीतीश मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. रही सीएम बनाने की बात तो नीतीश कुमार ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अपनी लाज बचाने के लिए मेरे जैसे सीधे-साधे आदमी को मुख्यमंत्री बनाया था. उनको लगा था कि मांझी रबर स्टांप हैं. लेकिन जब मैंने काम करना शुरू कर दिया तो नीतीश और उनके आसपास लोगों को अखरने लगा. उन्हें डर ये हो गया कि जीतन राम मांझी आपने कार्यों से कोई मुकाम ना पा जाएं, इसलिए उन्होंने सीएम के पद से हटा दिया.